लखनऊ :समाजवादी पार्टी नेता और विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर से सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगला है. दीपावली पर पत्नी की पूजा करते हुए उन्होंने मां लक्ष्मी के अस्तित्व पर ही सवाल उठा दिए. लोगों को नसीहत दी कि अगर लक्ष्मी की पूजा करनी है तो अपनी घरवाली की पूजा और सम्मान करें. सही मायने में वही देवी है. उनके इस बयान के विरोध में आवाजें उठनी शुरू हो गईं हैं. कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी तगड़ा पलटवार किया है. कहा कि उनके मुंह में बवासीर है.
पढ़िए स्वामी प्रसाद मौर्य का वह ट्वीट, जिसका हो रहा विरोध :दीपावली पर सोमवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक्स (पहले ट्वीटर) पर अपनी पत्नी का तिलक करते, माला पहनाते और उपहार देते हुए तस्वीरें साझा की. ट्वीट कर लिखा कि 'पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है. चार हाथ, आठ हाथ, 10 हाथ, 20 हाथ व हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती हैं?. यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा व सम्मान करें जो सही मायने में देवी है. क्योंकि आपके घर परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान व देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है'.
प्रमोद कृष्णम बोले- मौर्य की बीमारी गंभीर, इलाज की जरूरत :स्वामी प्रसाद मौर्य के आपत्तिजनक बयान के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णम का पलटवार सामने आया है. उन्होंने ट्वीट किया है कि 'स्वामी प्रसाद मौर्य के मुंह में बवासीर हो गई है. वह बीमार हैं, और उनके इलाज की जरूरत है. मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करता हूं कि उनके बोलने पर रोक लगा दें'.
एक्स यूजरों ने भी सपा नेता को लगाई लताड़ :मौर्य के ट्वीट के बाद उनकी आलोचना होनी शुरू हो गई है. कुछ लोगों ने उनके ट्वीट पर रिप्लाई कर उनके ही धर्म पर सवाल उठाए हैं. एक यूजर ने लिखा है कि 'उससे पहले आपको अपनी मां की भी पूजा करनी चाहिए, लेकिन जैसे ही कोई हिंदू धर्म का त्याग करता है, वह अपने संस्कार भी भूल जाता है. उसके साथ ही अपनी परवरिश और माता-पिता को भी भूल जाता है'.वहीं एक अन्य यूजर ने भी हमला बोला है लिखा है कि 'आप अपना धर्म बताइए?, क्या आप हिंदू हैं ?, या नॉन हिंदू'.
रामचरित मानस पर भी दिया था विवादित बयान :सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादों से गहरा नाता हो गया है. सनातन धर्म के विरोध में वह पहले भी कई बार बयान दे चुके हैं. अभी हाल ही में इलाहबाद हाईकोर्ट ने उन्हें नसीहत भी दी थी, लेकिन वह अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. उन्होंने रामचरितमानस की चौपाइयों पर आपत्ति जताई थी. उनके समर्थकों ने मानस के कुछ पन्ने आग के हवाले कर दिए थे. मौर्य ने कहा था कि 'करोड़ों लोग रामचरितमानस नहीं पढ़ते, यह बकवास है. इसे बैन कर देना चाहिए. तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा. सरकार को आपत्तिजनक अंश है, बाहर करने चाहिए'.रामचरित मानस मामले में उन पर मुकदमा भी हुआ था. हाईकोर्ट ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा निरस्त करने की याचिका खारिज कर दी है. कोर्ट ने भी उनके बयानों की आलोचना की थी.