नई दिल्ली: केंद्रीय बंदरगाह जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को बंदरगाहों से शीर्ष 25 विश्व बंदरगाह रैंकिंग में स्थान सुरक्षित करने के लिए अधिकतम प्रयास करने का आग्रह किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए प्रकाशित विश्व बैंक वार्षिक वैश्विक रैंकिंग में स्थिति में सुधार की आवश्यकता है.
सोनोवाल 2047 तक भारत को वैश्विक समुद्री नेता बनाने के अंतिम लक्ष्य के साथ 'पीएम समुद्री अमृतकाल विजन' के त्वरित और सुचारू कार्यान्वयन के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण निर्धारित करने के लिए यहां एक मध्यावधि समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे.
मंत्रालय के तहत सभी बंदरगाहों और एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय और प्रासंगिक मंचों पर अपनी 'हरित पहल' का प्रदर्शन करने के लिए निर्देशित किया गया था. आंकड़ों में कहा गया है कि वित्त वर्ष-2022-23 में प्रमुख बंदरगाहों पर कुल 177 परियोजनाएं पूरी हुईं, जबकि वर्तमान में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ 162 परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं.
मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रमों सहित इसके प्रमुख कार्यक्रम सागरमाला के साथ-साथ अन्य प्रमुख कार्यक्रमों की समीक्षा की गई. बैठक में 1 ट्रिलियन रुपये के निवेश परिव्यय वाली 162 परियोजनाओं की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली गई. सोनोवाल ने कहा कि भारत समुद्री क्षेत्र में वैश्विक नेता बनने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण पड़ाव पर खड़ा है.
उन्होंने कहा,' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में समुद्री अमृतकाल विजन 2047 को ठीक एक महीने पहले मुंबई में ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन में लॉन्च किया गया था. यह दस्तावेज भारत के बंदरगाहों को सक्षम करने, शिपिंग क्षेत्र को सशक्त बनाने और जलमार्गों को पुनर्जीवित करने के अंतिम लक्ष्य के साथ भारत को समुद्री क्षेत्र में वैश्विक शक्ति में बदलने की दिशा में पीएम मोदी के दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति है. हम अपने बंदरगाहों को दुनिया के शीर्ष 25 बंदरगाहों में शामिल कराने के लिए काम कर रहे हैं.'
सोनोवाल ने कहा कि उनके मंत्रालय को दीन दयाल बंदरगाह और वीओ चिदंबरनार बंदरगाहों पर ग्रीन हाइड्रोजन हब स्थापित करने के लिए उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं भी मिली हैं. उन्होंने कहा, 'इसी तरह हमारे जलमार्गों को सशक्त बनाना मंत्रालय के लिए एक प्रमुख फोकस बना हुआ है क्योंकि पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था को दुनिया की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं बनने के अपने अगले तार्किक गंतव्य तक पहुंचने के लिए अंतर्देशीय जलमार्ग प्रणाली को पुनर्जीवित करने का निर्देश दिया है.'
ये भी पढ़ें- सर्बानंद का समुद्री क्षेत्र में निवेश के अवसर खोलने पर जोर, बोले- भारत समुद्री क्रांति के लिए तैयार
गौरतलब है कि दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी ग्रीन हाइड्रोजन हब स्थापित कर रही है. इसमें पोर्ट को ग्लोबल ईओआई के खिलाफ 13 संभावित डेवलपर्स से प्रमुख प्रतिक्रियाएं मिली हैं. संभावित डेवलपर्स द्वारा कुल 7 एमएमटीपीए से अधिक क्षमता वाले हरित अमोनिया उत्पादन की पेशकश की गई है. उम्मीद है कि प्रस्तावित विकास 1.4 एमएमटीपीए ग्रीन हाइड्रोजन की घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मांग को पूरा करेगा.