सोनीपत: भारतीय सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से है. इसके पीछे की बड़ी वजह है कि हरियाणा के बुजुर्गों से मिली प्रेरणा. जिससे प्रभावित होकर ज्यादातर युवा सेना में भर्ती होने की चाहत रखते हैं. बड़े बुजुर्ग अक्सर कहते भी हैं कि हरियाणा के युवाओं में दिल नहीं बल्कि फौजी धड़कता है. सोनीपत के गढ़ी सिसाना गांव (garhi sisana village sonipat) का रहने वाला गैंगस्टर प्रियव्रत भी इसी जज्बे के साथ कभी सेना में भर्ती हुआ था.
भारतीय सेना में भर्ती होने से पहले प्रियव्रत (gangster priyavrat fauji) पहलवानी करता था. स्टेट लेवल पर प्रियव्रत कई मेडल भी जीत चुका था, लिहाजा स्पोर्ट्स कोटे से वो भारतीय सेना में भर्ती हो गया. प्रियव्रत की पोस्टिंग महाराष्ट्र के पूना में हुई और वहीं से उसने दसवीं की पढ़ाई की. तीन साल प्रियव्रत ने भारतीय सेना में सेवाएं दी. उसके बाद वो सेना की नौकरी छोड़ कर गांव आ गया. गांव आने के बाद प्रियव्रत गलत संगत में फंस गया. इसके बाद शुरू हुआ प्रियव्रत के गैंगस्टर बनने का सफर.
ऐसे बना गैंगस्टर: गांव आने के बाद प्रियव्रत अपने साथी मनजीत और मोनू डागर नाम के बदमाशों के साथ आपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगा. जुलाई 2015 में शराब पीकर प्रियव्रत, मनजीत और मोनू डागर ने गांव के रहने वाले शख्स की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. उसके बाद तीनों ने मृतक के शव को पश्चिमी यमुना लिंक नहर में फेंक दिया. इस हत्या मामले में सोनीपत पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.
कुख्यात गैंगस्टर रामकरण से मिलाया हाथ:कुछ दिन जेल में रहने के बाद प्रियव्रत जमानत पर बाहर आ गया. जमानत से बाहर आने के बाद प्रियव्रत ने सोनीपत के कुख्यात गैंगस्टर रामकरण बैंयापुर के साथ हाथ मिला लिया और कई वारदातों को अंजाम दिया. प्रियव्रत ने 18 मार्च 2021 को गैंगस्टर अजय उर्फ बिट्टू बरोणा के पिता की हत्या की वारदात को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया. इस वारताद में प्रियव्रत अभी तक फरार चल रहा है, लेकिन सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद इसका नाम एक बार फिर सुर्खियों में है.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या कनेक्शन: सिद्धू मूसेवाला की हत्या से 4 दिन पहले यानी 25 मई को एक बोलेरो गाड़ी को फतेहाबाद के रतिया चुंगी से जाते हुए सीसीटीवी (sidhu moose wala bolero cctv) फुटेज में देखा गया. फिर यही बोलेरो गाड़ी हांसपुर रोड से होते हुए हांसपुर की ओर रवाना हो गई. बताया जा रहा है कि ये वही बोलेरो थी जो सिद्धू मूसेवाला की हत्या से तीन चार दिन पहले रेकी के लिए इस्तेमाल की गई थी. इसी बेलोरो कार ने सिद्धू मूसेवाला की थार गाड़ी का पीछा भी किया था.
फतेहाबाद में मिले सीसीटीवी फुटेज में सोनीपत के दो कुख्यात बदमाशों की पहचान की गई थी. जिसमें से एक बदमाश सोनीपत के गढ़ी सिसाना गांव के रहने वाला प्रियव्रत फौजी है और दूसरा सोनीपत के सेरसा जाटी गांव (sersa jati village sonipat) का रहने वाला अंकित जाटी है. हालांकि अभी भी ये दोनों बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. दोनों बदमाश पहले से ही हत्या, हत्या की कोशिश जैसे कई मुकदमों में फरार चल रहे हैं. ये दोनों हरियाणा पुलिस की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में हैं.