नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दो टूक कहा है कि वो ही कांग्रेस की फुल टाइम अध्यक्ष हैं. पार्टी के किसी भी नेता को जो भी कहना है पार्टी फोरम पर कहे, मीडिया से सीधी बात करने की किसी को भी जरूरत नहीं है. वो यहां कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक (Congress Working Committee meeting) में अन्य कार्यकर्ताओं के साथ-साथ असंतुष्ट नेताओं को भी संबोधित कर रही थीं. जहां ये भी घोषणा हुई कि पार्टी में अगले चुनाव सितंबर 2022 में होंगे. जिसमें कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुना जाएगा.
बता दें कि कुछ दिन पहले कपिल सिब्बल ने कहा था कि जब कोई अध्यक्ष नहीं है तो कांग्रेस के फैसले कौन लेता है ये उन्हें समझ में नहीं आ रहा है.
सोनिया गांधी ने CWC की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी (LAKHIMPUR KHERI VIOLENCE) की चौंकाने वाली घटनाएं हाल ही में भाजपा की मानसिकता के बारे में बताती है कि कि वह किसान आंदोलन को कैसे देखती है. किसानों द्वारा अपने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए इस दृढ़ संघर्ष से कैसे निपटती है. वहीं, उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी चिंता है. सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सोनिया ने कहा कि आर्थिक सुधार के लिए सरकार के पास एकमात्र जवाब राष्ट्रीय संपत्ति को बेचना है.
बता दें, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कुल 52 कांग्रेस नेता हिस्सा ले रहे हैं. दिग्विजय सिंह और डॉ. मनमोहन सिंह समेत पांच नेता आज की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में पांच राज्यों में कुछ महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनावों, मौजूदा राजनीतिक हालात के साथ ही लखीमपुर खीरी की घटना, किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई तथा आर्थिक स्थिति पर चर्चा हो सकती है और कुछ प्रस्ताव भी पारित किए जा सकते हैं. पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी. आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए.
दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू
सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए. सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हुए हैं.
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक इस मायने में भी अहम है कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लंबे समय से लंबित है. कुछ महीने पहले कोरोना महामारी के कारण अध्यक्ष के चुनाव को स्थगित कर दिया गया था, जो पहले जून महीने में प्रस्तावित था. सूत्रों का कहना है कि सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर किसी तारीख या रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा सकता है.
पढ़ें :कांग्रेस इस वजह से नहीं घोषित कर पा रही प्रत्याशियों की सूची!
कांग्रेस सूत्रों ने यह भी बताया कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर भी चर्चा होगी. इन राज्यों में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं.