जलपाईगुड़ी :पूर्वी गैरकाटा अतिरिक्त प्राथमिक विद्यालय (East Gairkata Additional Primary School) में एक बेटा अपनी मां के लिए स्कूल में शिक्षण कार्य कर रहा था. ऐसी ही भूमिका में एक बहन अपने बड़े भाई की जगह पढ़ा रही थी. घटना के प्रकाश में आते ही जिला प्राथमिक विद्यालय निरीक्षक ने विद्यालय की कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका सहित मंडल विद्यालय निरीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
स्कूल के शिक्षक सुदीप्त कुमार डे पिछले चार साल से बीमार चल रहे हैं और उनकी जगह उनकी बहन रूपा डे शिक्षक की ड्यूटी कर रही हैं. इतना ही नहीं, इसी स्कूल की एक अन्य शिक्षिका मौली पाल बोस की जगह करीब सात महीने से उनके बेटे प्रीतम बोस पढ़ा रहे हैं.
मौली पाल बोस सात महीने से बीमार हैं. उन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस डिपार्टमेंट में कार्यरत अपने बेटे प्रीतम को अपना शिक्षण कार्य सौंपा. लंबे समय तक ये दोनों शिक्षक स्कूल नहीं गए. उनकी जगह परिजन स्कूल को 'प्रॉक्सी' दे रहे हैं.
यह घटना यहां के शिक्षक समुदाय में सनसनी बनी हुई है. अब सवाल ये उठता है कि क्या यह सरकारी शिक्षण संस्थानों में ऐसा किया जा सकता है. एक शिक्षक का परिवार 'प्रॉक्सी' कैसे दे सकता है? स्कूल की प्रधानाध्यापिका और एसआई ने उन्हें ऐसा करने की अनुमति क्यों दी? जब स्कूल की प्रधानाध्यापिका संचली गांगुली मुखर्जी से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वह स्कूल इंस्पेक्टर (School Inspector) की अनुमति के बिना स्कूल के बारे में कुछ भी नहीं बता सकतीं.