गुवाहाटी :असम के वन विभाग द्वारा लगाई गई सौर ऊर्जा से संचालित लटकती हुई, इलेक्ट्रिक फेन्स (बिजली की बाड़) जंगल के कुछ बाहरी इलाकों से हाथियों को दूर रखने और मानवों के साथ उनके संघर्ष को रोकने में सहायक सिद्ध हो रही है. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
इस बाड़ में दोनों किनारे पर तीन मीटर ऊंचे खम्बे से बंधे तार पर ये स्टील के तार लटकते हैं. यह तार सौर ऊर्जा से संचालित बिजली से जुड़े होते होते हैं और हाथी यदि इनके पार जाने की कोशिश में संपर्क में आते हैं तो उन्हें हल्का झटका लगता है.
रेंज अधिकारी मनोरंजन बर्मन ने बताया कि गुवाहाटी के पास रानी रिजर्व वन की सीमाओं पर ऐसी बाड़ लगाई गई है और इससे हाथियों द्वारा मानव आवास तथा धान के खेतों को नष्ट करने की समस्या से निजात पाने में सहायता मिली है.
पिछले साल जुलाई में नालापारा से बेलगुरी और महिंद्री से सिलखुटा के बीच दो किलोमीटर लंबी सौर ऊर्जा से संचालित बाड़ लगाई गई जिसमें आठ लाख रुपये का खर्च आया. ग्रेटर रानी क्षेत्र के मोइरापुर गांव के निवासी दिनेश नाथ ने कहा कि सौर बाड़ के कारण हाथी मनुष्यों की बस्ती के पास नहीं आते और धान के खेत भी नष्ट होने से बचे रहते हैं.