उलुबेरिया (हावड़ा) : पश्चिम बंगाल के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. मंत्री ईरानी ने कहा कि ममता बनर्जी का विरोध करने वाले राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं हैं, वे राज्य के सामान्य नौकरी चाहने वाले हैं. बंगाल में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं के खिलाफ कोलकाता में अनशन कर रहे टेट अभ्यर्थियों को गुरुवार रात पुलिस द्वारा जबरन हटाए जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कड़ी निंदा करते हुए ममता सरकार पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि रात के अंधेरे में चोरी-छिपे पुलिस को भेजकर अनशन कर रहे टेट परीक्षार्थियों को वहां से जबरदस्ती घसीट कर हटाया जाना अन्याय है, राज्य सरकार को जनता को इसका जवाब देना होगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नौकरी से वंचित होकर पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन (डब्ल्यूबीबीपीई) कार्यालय के सामने अगर नौकरी तलाशने वाले खड़े होते हैं तो मुख्यमंत्री पुलिस की मदद से उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं. स्मृति ईरानी ने यह भी सवाल किया कि शिक्षा विभाग के मंत्री पद पर बैठने और नौकरी के बदले पैसे लेने के बाद मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई. उन्होंने मुख्यमंत्री के वादे को लेकर भी सवाल उठाया.