लखनऊ : धूम्रपान के कारण महिलाओं में कई जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं. केजीएमयू लारी के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान के मुताबिक महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन ऐसी महिलाएं जो धूम्रपान करती हैं, उनमें हार्टअटैक और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसमें सबसे खतरनाक यूट्रस कैंसर, वैजाइना कैंसर और लंग्स कैंसर का खतरा भी शामिल है. महिलाओं में हार्ट अटैक आने की संभावना भी बेहद कम होती है, क्योंकि 40 से 45 वर्ष तक महिलाओं को माहवारी आती है. इस दौरान महिलाओं का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक होता है, लेकिन जब माहवारी बंद होती है, उसके बाद हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है. ऐसी महिलाएं जो वेस्टर्न कल्चर को अपना रही हैं, यह उनके लिए घातक साबित हो सकता है.
पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक कम आने का कारण
लारी के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक कम आता है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक शारीरिक श्रम करती हैं. इसलिए उन्हें जल्द ही इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है. इसका मुख्य कारण यह भी है कि मासिक धर्म के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन का स्राव होता है. यह हार्मोन कम कोलेस्ट्रॉल को धमनियों में जमा होने देता है. मेनोपॉज के बाद यह हार्मोन बनना बंद हो जाता है. इसलिए पुरुषों की तुलना में महिलाओं को एक दशक बाद दिल की बीमारी हो जाती है. वर्तमान में युवा भी हृदय रोग की चपेट में आ रहे हैं. भारत में यह समस्या पिछले डेढ़ दशक में बढ़ी है और इसका मुख्य कारण शहरीकरण है.
डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि जिस तरह से वेस्टर्न कल्चर को अपनाते हुए महिलाएं स्मोकिंग कर रहे हैं. यह उनके लिए काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. वैसे तो महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन ऐसी महिलाएं जो स्मोकिंग करती हैं. उनमें हार्ट अटैक से कैंसर जैसी अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है. जिसमें यूटरस कैंसर वजाइना कैंसर और लंग्स कैंसर शामिल है. डॉ. प्रधान के मुताबिक महिलाओं में सबसे खतरनाक कैंसर यूटरस कैंसर होता है. अगर किसी महिला को यूटरस कैंसर है तो उसे भविष्य में कई दिक्कतें हो सकती है और यूटरस कैंसर होने का प्रमुख कारण स्मोकिंग करना है. इसके अलावा भी कई कारक हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण स्मोकिंग का खतरनाक प्रभाव होता है. उन्होंने कहा कि तंबाकू में मौजूद निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड न केवल आपके लंग्स को बल्कि आपके पूरे शरीर को प्रभावित करती हैं. साथ ही धूम्रपान करने की आदत का प्रभाव शरीर पर लंबे समय तक बना रहता है. ऐसे में कुछ समस्याएं जल्दी नजर आती है, तो कुछ काफी समय के बाद.