नई दिल्ली :अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं और कई बार होने वाली ट्रेन के लेट होने से परेशानी झेलते हैं तो अब उत्तर रेलवे ने आपकी सहूलियत के लिए एक फैसला लिया है जिससे ट्रेन लेट नहीं होगी. उत्तर रेलवे ने लिंक एक्सप्रेस (link express) और स्लीप कोच (sleep coach) बंद करने का फैसला लिया है. ये सेवाएं ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़ने या कोच कम करने से जुड़ी है. लिंक एक्सप्रेस को भी सीमित करने से काफी समय की बचत होगी और ट्रेनें समय से अपनी मंजिल तक वक्त पर पहुंच पाएगी.
क्या है ये लिंक एक्सप्रेस और स्लीप कोच ?
लिंक एक्सप्रेस का मतलब है, जब अलग-अलग रूट से आने वाली दो ट्रेनें किसी कॉमन स्टेशन पर आकर जुड़ती है और फिर एक जगह के लिए रवाना होती हैं तो इसे लिंक एक्सप्रेस कहते हैं. वहीं जब ये ट्रेन वापसी करते समय जिस स्टेशन पर जुड़ी थीं वहीं से अलग भी हो जाती हैं और अलग-अलग रूट पर चली जाती हैं. अलग हुए ये कोच स्लीप कोच कहलाते हैं.
नहीं समझ आया तो ऐसे समझिए
एक ट्रेन दिल्ली से देहरादून जाती है लेकिन उसमें हरिद्वार तक के लिए 3 स्लीप कोच लगाए जाते हैं. इन्हें हरिद्वार में छोड़कर बाकी ट्रेन देहरादून के लिए निकल जाती है. हरिद्वार में अलग किए गए तीनों स्लीप कोच किसी दूसरी ट्रेन के साथ जुड़कर अगली निर्धारित मंजिल तक निकलते हैं. ऐसा भी हो सकती है कि हरिद्वार स्टेशन से ही कुछ कोच बरेली से पहुंचे हो और वो दिल्ली से देहरादून जाने वाले ट्रेन से जोड़े जाने हों. इस ट्रेन से दिल्ली से देहरादून जाने वाली ट्रेन से स्लीप कोच हटाने और जोड़कर उसे लिंक एक्सप्रेस बनाने में हरिद्वार स्टेशन पर बहुत वक्त बर्बाद होता है. लेकिन नए फैसले के बाद ये ट्रेन दिल्ली से सीधा देहरादून पहुंचेगी
8 जोड़ी ट्रेनों में ये सुविधा बंद होगी
उत्तर रेलवे 8 जोड़ी ट्रेनों में ये सेवा बंद करने जा रहा है. उत्तर रेलवे के मुताबिक स्लीप कौच और लिंक एक्सप्रेस सर्विस के दौरान कोच को जोड़ने और अलग करने में बहुत वक्त लगता है. इस दौरान ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रहती है जिसके कारण ट्रेन लेट भी होती है और यात्रियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है. रेलवे के मुताबिक इस फैसले से समय की बर्बादी नहीं होगी.
कौन-कौन सी ट्रेनों में बंद हो रही है ये सेवाएं