गुवाहाटी: असम में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने शनिवार को राज्य के 7.47 लाख चाय बागान श्रमिकों को 224 करोड़ रुपये वितरित किए. प्रत्येक श्रमिक को 3,000 रुपये दिए गए हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्री असम चाह बगीचा धन पुरस्कार मेला योजना की तीसरी किस्त के तहत चाय श्रमिकों को वित्तीय सहायता देने के लिए एक कार्यक्रम में भाग लेने आई थीं.
सीतारमण ने कहा, '2014 के लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी जी ने चाय बागान श्रमिकों के जीवनस्तर में सुधार लाने की इच्छा जताई थी. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के सत्ता में आने के बाद उनके लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं.'
इस प्रमुख कार्यक्रम की तीसरी किस्त के तहत 7,46,667 श्रमिकों के बैंक खातों में 3,000-3,000 रुपये की अतिरिक्त राशि डाली गई. इससे पहले सभी चाय बागान श्रमिकों को दो चरणों में 5,000-5,000 रुपये दिए गए हैं.
चाय बागान श्रमिकों के 6,33,411 बैंक खातों में 2017-18 में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिये यह राशि डाली गई थी. 2018-19 में 7,15,979 श्रमिकों के खातों में डीबीटी के जरिये नकद राशि डाली गई.
सीतारमण ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के लिए डीबीटी के इस्तेमाल से बिचौलिये समाप्त हो गए हैं. केंद्र सरकार भविष्य में भी असम के चाय बागान श्रमिकों को समर्थन जारी रखेगी.
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वित्त मंत्री ने कहा कि 2021-22 के आम बजट में असम और पश्चिम बंगाल के चाय बागानों की महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.
उन्होंने कहा, 'चाय बागान श्रमिकों के बैंक खाते खुलने के बाद कुछ मुद्दे आए थे. लेकिन मैंने पिछले साल फरवरी में बैंक अधिकारियों से इस बारे में बात की. अब सभी विसंगतियों को दूर कर लिया गया. बैंककर्मियों ने कोविड-19 संकट में काफी मेहनत की. अब सभी चीजें पटरी पर आ गई हैं.'