जयपुर.श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में गोली मारकर हत्या करने वाले दोनों बदमाश फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. अब डीजीपी ने इस मामले की तफ्तीश के लिए एसआईटी गठित की है, जबकि इस वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों पर भी 5-5 लाख रुपए के इनाम घोषित किए जाएंगे. डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन के पर्यवेक्षण में एसआईटी का गठन किया गया है.
उन्होंने बताया कि मकराना के जूसरी हाल झोटवाड़ा निवासी रोहित और हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी नितिन फौजी के रूप में आरोपियों की पहचान हुई है. इस वारदात को लेकर मुकदमा दर्ज होते ही दोनों आरोपियों पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित होगा और आरोपियों के बारे में जानकारी देने वालों को ये राशि दी जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस तत्परता से हत्यारों की तलाश में जुटी है.
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दिनेश एमएन ने संभाली कमान :सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड मामले की कमान अब एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन ने संभाल ली है. जयपुर आने के बाद वे श्याम नगर इलाका स्थित सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया. इसके बाद अब तक की तफ्तीश को लेकर पुलिस अधिकारियों से जानकारी भी ली.
समाज ने सौंपा मांग पत्र :सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में लगातार धरना प्रदर्शन का दौर जारी है. धरने पर बैठे समाज के लोगों ने एक मांग पत्र दिया है, जिसमें हत्यारों का एनकाउंटर करने, परिजनों को आजीवन सुरक्षा देने, सरकारी नौकरी और 11 करोड़ रुपए का मुआवजा देने, परिजनों को तुरंत हथियार का लाइसेंस जारी करने, श्याम नगर थानाधिकारी को हटाने और जान का खतरा होने के बावजूद सुरक्षा नहीं देने की 15 दिन में हाईकोर्ट के जज से जांच करवाने की मांग की गई है.
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अलर्ट के बावजूद नहीं दी गई सुरक्षा :दरअसल, पंजाब पुलिस को जानकारी मिली थी कि संपत नेहरा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रच रहा है. पंजाब पुलिस के इनपुट के आधार पर एटीएस-एसओजी के एडीजी ने एडीजी (सुरक्षा) को अलर्ट भी भेजा था. खुद सुखदेव सिंह ने भी कई बार सार्वजनिक मंच से पुलिस अधिकारियों ये बात कही थी. साथ ही सुरक्षा की भी मांग की थी. इसके बावजूद उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई. ऐसे में अब समाज के लोग और भाजपा नेता इस मुद्दे को उठा रहे हैं कि उन्हें सुरक्षा क्यों नहीं दी गई. मांग पत्र में भी इसकी जांच करवाने की बात कही गई है.