हैदराबाद:विधायक खरीद-फरोख्त मामले में एसआईटी ने जांच तेज कर दी है. एसआईटी ने बीजेपी महासचिव बीएल संतोष के साथ केरल निवासी तुषार और डॉक्टर जग्गू स्वामी के पेश न होने को गंभीरता से लिया है. उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है. एडवोकेट श्रीनिवास आज फिर एसआईटी की पूछताछ में पेश होंगे. दूसरी तरफ साइबराबाद पुलिस ने पाया कि करीब छह राज्यों में विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई.
इससे पहले विधायकों की खरीदफरोख्त मामले में एक बड़े घटनाक्रम में तेलंगाना पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने भाजपा महासचिव बी. एल. संतोष को तलब किया था. एसआईटी ने भाजपा नेता को आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 41ए के तहत नोटिस देकर उन्हें 21 नवंबर को पेश होने को कहा है. संतोष को हैदराबाद के पुलिस कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में सुबह 10.30 बजे आने का निर्देश दिया गया. एसआईटी ने नोटिस में कहा है कि अगर वह पेश नहीं हुए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
बता दें कि संतोष का नाम पिछले महीने पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन कथित बीजेपी एजेंटों के बीच हुई बातचीत में सामने आया था, जो टीआरएस के चार विधायकों को मोटी रकम का लालच देकर बीजेपी के पाले में लाने की कोशिश कर रहे थे. एसआईटी पहले ही केरल के डॉक्टर जग्गू स्वामी, बीडीजेएस अध्यक्ष तुषार वेल्लापल्ली और एक वकील और तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार के रिश्तेदार को पूछताछ के लिए नोटिस दे चुकी है.
चारों को एक ही दिन तलब किया गया है. सूत्रों ने कहा कि उन्हें पिछले महीने मामले में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के साथ कथित संबंधों को लेकर पूछताछ के लिए एसआईटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. जग्गू कोटिलिल उर्फ जग्गू स्वामी कोच्चि में अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में कार्यरत हैं जबकि तुषार वेल्लापल्ली केरल की भारत धर्म जन सेना (बीडीजेएस) के अध्यक्ष हैं. एसआईटी की सदस्य नालगोंडा की पुलिस अधीक्षक रेमा राजेश्वरी के नेतृत्व में एक टीम ने पिछले पांच दिनों के दौरान केरल में अपनी जांच के बाद नोटिस दिए.