नवादा : बिहार जहां करीब पांच साल से शराबबंदी है, सिर्फ तीन से चार दिन में संदिग्ध परिस्थिति में 'जहरीली शराब' पीने से 17 लोगों की जान चली गई.
जिला प्रशासन सिर्फ 10 मौतों की पुष्टि कर रहा है, लेकिन अभी ये नहीं मान रहा कि मौत का कारण जहरीली शराब है. पूरे मामले पर विशेष जांच दल (एसआईटी) और मेडिकल टीम का गठन कर दिया गया है.
नवादा के जिलाधिकारी यशपाल मीणा का कहना कि सभी के परिजनों के बयान रिकॉर्ड किए गए हैं. कई लोगों की मौत का कारण बीमारी है.
उनका कहना है कि बीमारी की वजह से मौते हुई हैं. 'खरीदीबिगहा के दिनेश सिंह उर्फ शक्ति सिंह, प्रभाकर गुप्ता, बुधौल के धर्मेन्द्र कुमार और गोन्दापुर के आकाश कुमार के परिजन शराब पीने से मौत की बात कह रहे हैं.
गोन्दापुर के शिवशंकर यादव की मौत के बारे में परिजनों ने बताया कि उनकी तबियत खराब हो गई थी.' जिलाधिकारी ने कहा कि मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है. इसके अलावा मेडिकल टीम का भी गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनपर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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नवादा के पुलिस अधीक्षक डी एस सावलाराम ने बताया कि जांच में जहरीली शराब पीने से मौत होने के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं. उन्होंने बताया कि मामले को लेकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. स्थानीय लोगों का दावा है कि पिछले तीन से चार दिनों में 17 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है.
जरूरी कार्रवाई की जाएगी : नीतीश
सीएम नीतीश ने कहा कि ये जो कुछ भी हो रहा है, इसके बारे में हमारे वरीय पदाधिकारी गण से हमने पूछा था और अभी सभी जांच कर रहे हैं. एक-एक बात की जानकारी ली जाएगी. जो जरूरी कार्रवाई है, वो की जाएगी.