शहडोल (मध्य प्रदेश)।आज के दौर में खाना बनाते समय मसाले की पिसाई करनी हो, चटनी बनाना हो, या कभी किसी भी चीज को बारीकी से पीसना हो तो ज्यादातर लोग मिक्सी का ही इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पहले के जमाने में सिलबट्टा का उपयोग किया जाता था. आज भी जिन घरों में बड़े बुजुर्ग हैं, पुराने लोग हैं वो सिलबट्टा ही पसंद करते हैं. भले ही आज के समय में मिक्सी ने सिलबट्टा को रिप्लेस कर दिया है, लेकिन सिलबट्टा की जो खूबियां हम आपको बताने जा रहे हैं उसे जानकर आप भी सिलबट्टा का इस्तेमाल करने लग जाएंगे.
सिलबट्टा पर मिक्सी भारी:शहडोल जिले के बाणगंगा मेला में इन दिनों अलग-अलग जगहों से सिलबट्टा व्यापारी आए हुए हैं. एक लाइन से लंबी दुकानें सिलबट्टा व्यापारियों की लगी हुई है. वे इस आस में हैं की आम दिनों में तो सिलबट्टा की डिमांड घटी है, लेकिन शायद मेला देखने आए लोग ही उनके सिलबट्टे को खरीद लें. आज के जमाने में लोगों के पास इतना समय नहीं रहता की वो सिलबट्टा पर मसाला पीसें, इसलिए वे मिक्सी का इस्तेमाल करते हैं. सिलबट्टा व्यापारियों के क्या हालात हैं इसे जानने के लिए ईटीवी भारत उनके पास पहुंचा.
सिलबट्टा व्यापारी परेशान: सतना से आए सिलबट्टा व्यापारी विनोद बताते हैं कि, वह पिछले 12 साल से लगातार शहडोल जिले के बाणगंगा मेला में सिलबट्टा बेचने आते हैं. वह जगह-जगह मेला जाते हैं और सिलबट्टा ही बेचते हैं. उनका मानना है कि आजकल के बदलते जमाने में मिक्सी ने सिलबट्टा को रिप्लेस कर दिया है. वो कहते हैं कि कुछ लोग ढूंढते ढूंढते सिलबट्टा खरीदने आते हैं, लेकिन पहले जिस तादात में सिलबट्टा बिकता था अब वह नहीं बिकता है. अब लोग मिक्सी का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. विनोद का तो यह भी मानना है कि, सिलबट्टे में चटनी बनाने में बहुत मेहनत लगती है और मिक्सी में आराम से चटनी पिस जाती है.
200 से 600 रुपए में सिलबट्टा:विनोद कहते हैं कि, वह पत्थर का ही काम करते हैं और पुस्तैनी कर रहे हैं. सिलबट्टा बनाते हैं हाथ चक्की बनाते हैं और भी जो पत्थरों से चीजें बनती है वह बनाते हैं, लेकिन प्रमुख रूप से सिलबट्टा बेचने का काम वे करते हैं. उनके पास जो सिलबट्टे हैं उसमें मिनिमम प्राइस 200 है, और मैक्सिमम प्राइस 600 रुपए है. उनके पास बहुत ज्यादा तो नहीं पर थोड़ी बहुत तादात में हाथ चक्की भी थी. इसके बारे में जब हमने पूछा तो उनका कहना था कि, कोई ग्राहक ढूंढते हुए इसे आ जाता है तो हाथ चक्की भी बिक जाती है इसलिए उसे भी रखा हुआ है.