तेजपुर:अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी बेसिन में अचानक बाढ़ आ गई. जिससे आठ लोगों की मौत हो गई और 23 सैन्यकर्मी समेत 69 लोग लापता हो गए. इनमें से एक जवान का रेस्क्यू किया गया है. उन्होंने बताया कि बाढ़ देर रात करीब डेढ़ बजे शुरू हुई. सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा कि बचाव और राहत प्रयासों के दौरान सिंगतम से तीन शव बरामद किए गए हैं. एसएसडीएमए ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ल्होनक झील के कुछ हिस्सों में बादल फटने से बुधवार तड़के तीस्ता नदी बेसिन के निचले हिस्से में बहुत तेज गति से जल स्तर बढ़ गया. जिससे मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिले में कई भवन क्षतिग्रस्त हो गए.
सिक्किम सरकार ने अलग-अलग इलाकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.
ईओसी - हेल्पलाइन नंबर - 03592-202461/201145
गंगटोक के लिए - 03592-284444, नामची - 03595-263734, मंगन 03592-234538, पाकयोंग - 03592-291936, सोरेंग - 8016747244, और ग्याशिंग - 03595-250888
सभी पर्यटकों के लिए - 7001911393 (सहायक निदेशक) और नोडल अधिकारी एनजीओ के लिए - 8101426284
आपातकालीन संपर्क के लिए - 9906200205 (नोडल सेना अधिकारी), आईटीबीपी के लिए - 03592-231340, एसएसबी - 03592-251015, एसडीआरएफ के लिए - 03592-220545, बीआरओ के लिए - 03592-259208, और सेना से संपर्क करने के लिए - 03592-202228
शिक्षा विभाग ने एक परिपत्र में कहा कि सिक्किम के चार जिलों में स्थित सभी स्कूल 8 अक्टूबर तक बंद रहेंगे. रक्षा अधिकारियों ने कहा कि लाचेन घाटी में सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है. विवरण की पुष्टि करने के प्रयास जारी हैं. चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया.
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा ने बताया कि इसके कारण सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हुए. उन्होंने कहा कि सेना के तेईस जवानों के लापता होने की खबर है. इसके अलावा 41 वाहन कीचड़ में डूबे हुए हैं. उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान जारी है. रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने पहले ही बचाव अभियान शुरू कर दिया है और अब तक 80 स्थानीय लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है.
गंगटोक जिले में सिंगतम में एक स्टील पुल, जिसे इंद्रेनी पुल भी कहा जाता है, बुधवार तड़के तीस्ता नदी के पानी में पूरी तरह से बह गया. 120 मीटर केबल सस्पेंशन ब्रिज एक महत्वपूर्ण मार्ग था. सिक्किम सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि सिंगताम शहर के सभी प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. नदी के किनारे स्थित डिक्चु गांव के निवासियों को पास के एक स्कूल में पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा, रात भर में जल स्तर काफी बढ़ गया, जिससे डिकचू गांव के पास एनएचपीसी पनबिजली परियोजना का बांध स्थल प्रभावित हुआ.
स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में सड़क का एक बड़ा हिस्सा नदी के तेज पानी में बहता हुआ दिख रहा है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, बुधवार सुबह 6 बजे तीस्ता चेतावनी स्तर से नीचे बह रही थी और छह घंटे के भीतर इसके चेतावनी स्तर को पार करने की उम्मीद है.
इंद्रेनी पुल के अलावा अचानक आई बाढ़ में बलुतर गांव का एक संपर्क पुल भी सुबह 4 बजे के आसपास बह गया.
सिंगताम की यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि कोई भी घायल नहीं हुआ है, लेकिन सार्वजनिक संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है. कुछ लोगों के लापता होने की भी सूचना है. राहत कार्य जारी हैं. तीस्ता नदी के किनारे रहने वालों को भी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने घर खाली करने की सलाह दी गई है.
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक चेतावनी संदेश में कहा गया है कि सभी को सतर्क रहने और तीस्ता नदी बेसिन के किनारे यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि अचानक बाढ़ आने और एक बांध से पानी छोड़े जाने के कारण हालात और बिगड़ गए. बाढ़ मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे आई.