दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

बरेली सेंट फ्रांसिस स्कूल में सिख छात्रों को पगड़ी-कृपाण पहनने से रोका, अभिभावकों ने किया हंगामा - bareilly sikh people protested

बरेली में ईसाई मिशनरी की ओर से संचालित सेंट फ्रांसिस स्कूल ने सिख छात्रों को पगड़ी, कृपाण और कड़ा धारण करने पर रोक लगाने पर सिख समुदाय ने जमकर हंगामा किया. हालांकि बाद में प्रिसिंपल के माफी मांगने के बाद मामला शांत हो गया.

etv bharat
बरेली सेंट फ्रांसिस स्कूल

By

Published : Jul 21, 2022, 4:20 PM IST

बरेलीःजिले में ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित किया जा रहा सेंट फ्रांसिस स्कूल में पढ़ने वाले सिख छात्रों द्वारा कड़ा, कृपाण और पगड़ी पहन कर स्कूल आने को लेकर बवाल हो गया. सिख समुदाय के लोगों का आरोप है कि सेंट फ्रांसिस स्कूल की प्रिंसिपल ने स्कूल में पढ़ने वाले सिख समुदाय के छात्रों को बुधवार को बुलाकर कहा कि वह कड़ा, कृपाड़ और पगड़ी पहनकर स्कूल में नहीं आएंगे. स्कूल में स्कूल के ड्रेस के अनुसार ही आना होगा. अगर कोई छात्र से धर्म से संबंधित चीजों को पहन कर आएगा तो उसको स्कूल से नाम काट कर बाहर कर दिया जाएगा.

यह भी पढ़ें: कानपुर: पैसों के विवाद में ठेकेदार को जिंदा जलाने वाला बिल्डर गिरफ्तार

इस बात की जानकारी होने पर सैकड़ों की तादाद में सिख समुदाय के लोग सेंट फ्रांसिस स्कूल पहुंचे और स्कूल के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे सिख समुदाय के लोगों ने कहा कि स्कूल की प्रिंसिपल ने उनके बच्चों को सिख धर्म के पगड़ी, कृपाण, पकड़ा पहनकर आने से मना कर दिया है, जो पूरी तरह से गलत. इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस दौरान सिख समुदाय ने काफी देर तक स्कूल में हंगामा किया. बाद में स्कूल के प्रिंसिपल एनीरोज ने अपनी गलती मानते हुए सिख समुदाय के लोगों से माफी मांगी.

सिख समाज सोसायटी के अध्यक्ष सतवंत सिंह चड्ढा ने लगाया ये आरोप.
सिख समाज सोसायटी के अध्यक्ष सतवंत सिंह चड्ढा ने बताया कि स्कूल की प्रिंसिपल द्वारा सिख समुदाय के बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था. हमारे जो धार्मिक कड़ा, पगड़ी और कृपाण है, उस पर रोक लगाने की कोशिश की थी. जिसमें आज हम सभी लोगों ने आकर क्रिस्टल से अपना विरोध दर्ज कराया. वहीं, सेंट फ्रांसिस स्कूल की प्रिंसिपल एनीरोज ने बताया कि उन्होंने इस तरह की कोई बात नहीं कही थी. बस छोटे बच्चे के चोट लग गई थी, जिसका अभिवावकों ने शिकायत की थी. तभी उन्होंने कड़ा उतार कर देने को कहा था. उन्होंने किसी को भी पगड़ी, कड़ा और कृपाड़ को पहन कर आने को मना नहीं किया था.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ABOUT THE AUTHOR

...view details