नई दिल्ली : दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में गुरुवार को पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार के खिलाफ 1984 के सिख विरोधी दंगे (sikh riots case) के दौरान सरस्वती विहार के एक मामले में दस्तावेजों का जांच किया गया. स्पेशल जज एमके नागपाल ने दस्तावेजों की जांच के बाद अभियोजन पक्ष के गवाहों के परीक्षण के लिए 15 और 17 जनवरी 2022 की तारीख तय की है.
सुनवाई के दौरान सज्जन कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए. सज्जन कुमार की तबीयत खराब होने की वजह से वह बीच में ही सुनवाई से चले गए. बीते 16 दिसंबर को कोर्ट ने दस्तावेजों की जांच का आदेश दिया था. 16 दिसंबर को सज्जन कुमार ने इस मामले में खुद को निर्दोष बताते हुए ट्रायल का सामना करने की बात कही थी. पिछले चार दिसंबर को कोर्ट ने सज्जन कुमार के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया था.
मामला एक नवंबर 1984 का है, जिसमें पश्चिमी दिल्ली के राज नगर में सरदार जसवंत सिंह और सरदार तरुण दीप सिंह की हत्या कर दी गई थी. शाम को करीब चार-साढ़े चार बजे दंगाइयों की भीड़ ने पीड़ितों के राज नगर इलाके स्थित घर पर लोहे के सरियों और लाठियों से हमला कर दिया था. शिकायतकर्ताओं के मुताबिक, इस भीड़ का नेतृत्व सज्जन कुमार कर रहे थे, जो उस समय बाहरी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद थे.