श्रीनगर :कश्मीर में जबरन धर्मांतरण के आरोपों के बीच सिख युवती का विवाह अपने ही समुदाय में कर दिया गया. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) दिल्ली के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने यहां संवाददाताओं को बताया कि युवती का विवाह आज सुखबीर सिंह से करवाया गया. युवक-युवती एक दूसरे के परिचित हैं तथा कोई दबाव या बल प्रयोग (युवती पर) नहीं किया गया. उन्होंने यह विवाह करवाने वाले लोगों के प्रति आभार प्रकट किया.
जब उनसे पूछा गया कि 18 वर्षीय युवती का कथित धर्मांतरण के बाद मुस्लिम व्यक्ति से विवाह हो चुका था या नहीं तो उन्होंने कहा कि विवाह नहीं हुआ था. उन्होंने लोगों से कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की. सरना ने कश्मीर घाटी में सिखों और मुसलमानों के बीच सदियों पुराने भाईचारे का हवाला देते हुए कहा, 'हम प्रशासन और घाटी में सभी इस्लामी दलों को उनके पूर्ण समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं.'
उन्होंने कहा कि 'भाईचारे और प्यार से हर समस्या का समाधान निकाला जा सकता है. मैं लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं कि आज तक सिखों और मुसलमानों के बीच जो भाईचारा बना रहा है, वह वैसा ही बना रहना चाहिए.' उन्होंने कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि इस लड़की की पहले शादी नहीं हुई थी. अगर शादी हुई होती तो लड़की को उसके माता-पिता के हवाले क्यों किया जाता?
उन्होंने कहा कि हम कोई कानून (धर्मांतरण रोधी) नहीं चाहते हैं. बहुसंख्यक समुदाय को अल्पसंख्यक समुदाय का खयाल रखना चाहिए. सिंह ने कहा कि सिख समुदाय कश्मीर में गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के भूखंड पर एक बड़ा अस्पताल बनाना चाहता है.
उन्होंने कहा कि हमारे पास करीब 8.125 एकड़ भूमि है. इसका कुछ हिस्सा किसानों के पास है. हम उन्हें उचित मुआवजा देकर भूमि वापस लेना चाहते हैं और उस पर यहां के लोगों के लिए एक बड़ा अस्पताल बनाना चाहते हैं.