नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के गेस्ट शिक्षक स्थायी नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना दे रहे हैं. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को इस धरने में शामिल हुए. सिद्धू ने प्रदर्शनकारी अतिथि शिक्षकों के बीच बैठ कर धरना दिया. वह अपने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिस पर लिखा था, 'सात साल बीत गए, केजरीवाल अपने गेस्ट टीचर्स को भूल गए.'
इस दौरान सिद्धू ने अपने संबोधन में दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर न सिर्फ जमकर निशाना साधा, बल्कि कई गंभीर सवाल भी पूछे. सिद्धू ने कहा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 20,000 टीचरों की आवश्यकता है, लेकिन दिल्ली सरकार उनकी नियुक्ति नहीं कर रही है. दिल्ली सरकार ने बीते सात सालों में महज 440 लोगों को रोजगार दिया है, जबकि दिल्ली सरकार ने आठ लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, जो यह दर्शाता है कि दिल्ली सरकार कितनी बड़ी झूठी है और लोगों को बरगलाने का काम करती है.
उन्होंने कहा कि पंजाब के अंदर दिल्ली के मुख्यमंत्री इसी तरह के झूठे वादे कर रहे हैं, जो काम नहीं आने वाले हैं. सिद्धू ने आगे कहा कि दिल्ली के शिक्षक आज यहां सड़क पर बैठे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री केजरीवाल कहां हैं.
दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स रविवार को बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और समान कार्य समान वेतन और जॉब सिक्योरिटी के मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. सभी टीचर्स ने सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन से अपनी मांगों को लेकर मार्च भी निकाला.