महेंद्रगढ़ (हरियाणा): राजस्थान के जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल दोनों शूटर्स की पगोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल नितिन फौजी हरियाणा का रहने वाला है. गोगामेड़ी हत्याकांड में शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी शामिल थे. पुलिस दोनों बदमाशों की तलाश में जुट गई है. गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल नितिन फौजी हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के दौंगड़ा जाट का रहने वाला बताया जा रहा है. वहीं, मीडिया में खबर सामने आने के बाद नितिन फौजी के पिता ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
नितिन के पिता ने क्या कहा?: गोगामेड़ी हत्याकांड के बाद से महेंद्रगढ़ में हड़कंप मच गया है. हड़कंप इसलिए मचा है क्योंकि इस हत्याकांड में शामलि एक शूटर नितिन फौजी महेंद्रगढ़ का ही रहने वाला है. वहीं, इस हत्याकांड के बाद मीडिया के सामने आए नितिन के पिता ने कहा '9 नवंबर को नितिन महेंद्रगढ़ गाड़ी ठीक कराने गया था. उसी दिन शाम के 4 बजे तक गाड़ी ठीक हो गई. उसके बाद हमारे से उसका कोई संपर्क नहीं हो पाया है अभी तक. मीडिया में कुछ बातें हो रही है लेकिन नितिन के बारे में हमें कुछ मालूम नहीं है.'
4-5 साल पहले सेना में भर्ती हुआ था नितिन: जानकारी के अनुसार नितिन फौजी सेना का जवान है. वह चार-पांच साल पहले सेना में भर्ती हुआ था. ग्रामीणों का कहना है कि अलवर में नितिन की पोस्टिंग थी. वह नवंबर में छुट्टी पर घर आया था. नितिन की शादी राजस्थान के बहरोड़ में हुई है.
नितिन मेरा क्लासमेट था. हमलोग साथ में ही पढ़ते थे. नितिन पढ़ने में बहुत ही अच्छा था. पढ़ाई के दौरान ही उसने आर्मी ज्वाइन करने का फैसला किया था. आर्मी में भर्ती होने के लिए राजस्थान जाकर उसने तैयारी की थी. वहीं उसके फिजिकल की तैयारी की थी. बाद में वह आर्मी में भर्ती हो गया. करीब एक साल पहले ही हुई शादी हुई थी. कोई ऐसी बात नहीं थी. अचानक से क्या हुआ कैसे उसका ब्रेन वॉश हुआ कुछ पता नहीं चल रहा है. फिलहाल अलवर में उसकी पोस्टिंग थी. आर्मी ज्वाइन करते ही जम्मू में आरआर में उसकी ड्यूटी लग गई थी. उसका स्वभाव बहुत ही अच्छा था. 12वीं तक हम साथ में ही थी. 12वीं के बाद हम कॉलेज की तैयारी में जुट गए और वह आर्मी की तैयारी में जुट गया. अचानक से उसका नाम आया है यह सुनकर विश्वास ही नहीं हो रहा है. कल शाम मेरे पास एसपी का फोन आया था. एसपी ने कहा कि उसका नाम आया है. अभी ज्यादा कुछ हमें इसके बारे में जानकारी नहीं है. - दीपक, नितिन के बचपन का दोस्त दीपक
क्या कहते हैं ग्रामीण?: नितिन के गांव के ही रहने वाले करण सिंह कहते हैं 'नितिन फौजी मेरा भतीजा लगता है. वह पहले तो बहुत ही ठीक ही था. चार सा पहले सेना में भर्ती हुआ था. बिल्कुल सही बच्चा था. उसमें इस तरह की आपराधिक प्रवृत्ति नहीं थी.'
वहीं, गांव के रहने वाले विश्वजीत का कहना है 'हमारे सामने ही वह नितिन पैदा हुआ. हमारे सामने ही वह इतना बड़ा हुआ. बहुत ही अच्छा लड़का था. हमारी समझ में नहीं आ रहा है कि उस लड़के का ब्रेनवॉश कैसे हुआ. कैसे उसने इस घटना को अंजाम दिया. ये होने वाली बात नहीं थी. उस लड़के से इस तरह की घिनौनी हरकत करने की उम्मीद नहीं थी. हमें विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वह इस तरह से कुछ कर सकता है. किसके संपर्क में आकर उसने ऐसा किया है, किसके चंगुल में आकर उसने ये काम किया है. हम उम्मीद यही करते हैं कि जिस कड़ी से वह जुड़ा हुआ है, जिस व्यक्ति ने उससे यह काम करवाया है. उस तह तक जाना जरूरी है और भविष्य में लड़का अच्छा काम करे.'