मोतिहारी:बिहार के मोतिहारी शराब कांड में मौत का सिलसिला अब पांच दिनों के बाद थम गया है. बीते 24 घंटों में किसी की भी मौत की खबर नहीं आई है. जहरीली शराब पीने से अब तक 8 मरीजों की आंखों की रोशनी भी चली गई है. मामले को लेकर जो कार्रवाई हुई है, उसमें पहले एएलटीएफ के दो अधिकारियों और नौ चौकीदारों को निलंबित किया जा चुका है. इसके अलावा हरसिद्धि, पहाड़पुर, तुरकौलिया, रघुनाथपुर और सुगौली ओपी प्रभारियों को सस्पेंड कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. उधर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मोतिहारी जहरीली शराब कांड पर संज्ञान लेते हुए बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस भेजा है. साथ छह हफ्ते के भीतर रिपोर्ट मांगी है.
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"आयोग ने 16 अप्रैल 2023 को जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लिया है. हालांकि, विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन लोगों की मौत होने की रिपोर्ट अब भी आ रही है." - राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
जहरीली शराब पीने से मरने वालों का नाम शराबकांड में 7 अफसरों को शोकॉज:मोतिहारी के डीएम सौरभ जोरवाल ने उत्पाद विभाग के सात अधिकारियों से शोकॉज पूछा है. इनमें तीन इंस्पेक्टर एकरामूल हक, सोनी सरोज, अभिषेक आनंद, तीन दारोगा मनीष सर्राफ, प्रियंका कुमारी और राजकुमार और जमादार विकेश कुमार राय शामिल हैं. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.
जहरीली शराब पीने से मरने वालों का नाम मोतिहारी में जहरीली शराब से मौत: इससे पहले पूर्वी चंपारण जिले में पिछले 24 घंटे के अंदर शराब पीने से पांच मरीजों की मौत हो हुई थी. जबकि कई मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है. सुगौली थाने के बढेया गांव के रामबाबू यादव व कौआहा के अमरदेव महतो और पहाड़पुर थाना क्षेत्र के पंडितपुर निवासी वीरेंद्र साह की मौत हुई है. इसके साथ ही हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मनोज महतो और बृजेश यादव की मौत हुई है. सदर अस्पताल में फिलहाल 11 लोगों का इलाज चल रहा है, वहीं जिले के प्रभावित पांच थाना क्षेत्रों से लगातार शराब पीने के कारण बीमार संदिग्ध मरीजों को एंबुलेंस से लाने का सिलसिला जारी है. वहीं, इस मामले में अब तक 26 शराब तस्करों समेत 183 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिनसे पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है. पटना से तीन सदस्यी टीम भी मोतिहारी गई है, जो पूरी जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी.
जहरीली शराब पीने से मरने वालों का नाम मृतकों के आंकड़ें: तुरकौलिया थाना क्षेत्र के मृतकों में मनोहर यादव, माधवपुर, गुड्डू सहनी, जयसिंहपुर, रुमन राय, शंकर सरैया, भूटा पासवान, नरियारिवा, गुलतेन मियां, गुंजन कुमार, सोहेल छपरा, नरेश पासवान, सेमरा के नाम शामिल हैं. वहीं, हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मृतकों में 48 वर्षीय सोना लाल पटेल, मकान धुर्वे नन्हकार, लक्ष्मण मांझी, परमेंद्र दास, मठ लोहियार, नवल दास, मठ लोहियार, हीरालाल मांझी, मथलोहियार, अजय सिंह कुशवाहा, ध्वनि, मुनीलाल पटेल , वीरेंद्र मांझी, मनोज महतो, बृजेश यादव की मौत हो गई है. पहाड़पुर थाना क्षेत्र में टुनटुन सिंह, बलुआ, भूटान मांझी, बलुआ, बिट्टू राम, बलुआ, भोला प्रसाद बलुआ, रमेश महतो, और सिसवा मौजे की मौत हुई है. जबकि सुगौली थाना क्षेत्र में सुदीश राम, गिद्धा, इंद्रशान महतो, गिद्दा, चुल्हाई पासवान, गिद्दा, गोविंद ठाकुर, घर कौवाहन, गणेश राम, बड़ेया, सुनील पासवान, गिद्धा, रामबाबू यादव, बडेया, बुनियाद पासवान, गिद्दा, और अमरदेव महतो, कौहा की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है.
जहरीली शराब पीने से मरने वालों का नाम मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख मुआवजाः आपको बता दें कि इससे पहले छपरा में भी जहरीली शराब से 70 लोगों की जान गई थी और अब पूर्वी चंपारण में जहरीली शराब से 40 लोगों की मौत हो चुकी है. इतनी बड़ी संख्या में मौत के बाद मुआवजे को लेकर नीतीश कुमार पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के लोगों का भी दबाव बढ़ गया था, जिसके बाद नीतीश कुमार ने अपना फैसला बदलते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजे देने की बात कही है. 2016 से लेकर अब तक जितनी भी जहरिली शराब से मौत हुई है उनके परिजनों को ये मुआवजा दिया जाएगा. इसके लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी, हालांकि अभी तारीख तय नहीं हुई है. सूत्रों के मुताबिक जल्द ही मीटिंग बुलाई जाएगी. नीतीश के इस फैसले को 2024 में होने वाले चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है, क्योंकि आने वाले चुनावों में विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बना सकता था, यही वजह है कि सीएम नीतीश कुमार को यू टर्न लेना पड़ा.