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देश में प्रशिक्षित नर्सों और मिडवाइव्स की है कमी - इनका अनुपात आबादी के हिसाब से कम है

इंडियन नर्सिंग काउंसिल के अनुसार देश में 22 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड और रजिस्टर्ड मिडवाइव्स हैं. फिर भी देश में इनका अनुपात आबादी के हिसाब से कम है.

इंडियन नर्सिंग काउंसिल
इंडियन नर्सिंग काउंसिल

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Published : Feb 15, 2021, 12:30 PM IST

हैदराबाद : इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) के रिकॉर्ड के मुताबिक, देश में लगभग 22,72,208 रजिस्टर्ड नर्स और रजिस्टर्ड मिडवाइव्स (RN & RM) के अलावा 9,91,425 नर्स एसोसिएट्स (9,34,583-सहायक नर्स मिडवाइव्स और 56,842-लेडी हेल्थ विजिटर) हैं.

देश में लगभग 5085 नर्सिंग संस्थान हैं जिनसे हर साल लगभग 3.35 लाख नर्सिंग कर्मी बन कर तैयार हो जाते हैं. वहीं वर्तमान में देश में नर्स-जनसंख्या अनुपात प्रति 1000 जनसंख्या पर 1.79 नर्स हैं. हालांकि, नर्स-जनसंख्या अनुपात राज्य से राज्य, जिला से जिला और संस्थान से संस्थान तक का अलग-अलग होता है.

राज्यों में नर्सिंग संस्थानों से जुड़े आंकड़े

देश में नर्सिंग शिक्षा प्रदान करने वाली सीटों के साथ डिप्लोमा / डिग्री स्कूलों और कॉलेजों की कुल संख्या का राज्यवार विवरण दिया गया है. जिससे नर्सिंग संस्थानों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है.

1. स्कूल / कॉलेज ऑफ नर्सिंग और हॉस्टल के भवन निर्माण के लिए भूमि की आवश्यकता में ढील दी गई है.

2. पहाड़ी और आदिवासी क्षेत्रों के लिए 100 बिस्तरों वाले अस्पताल की आवश्यकता में ढील दी गई है.

3. एमएससी (नर्सिंग) कार्यक्रम के लिए छात्र-शिक्षक अनुपात 1: 5 से 1:10 तक किया गया है.

4. नर्सिंग संस्थानों के लिए छात्र व रोगी अनुपात 1: 5 से 1: 3 तक कर दिया गया है.

5. जिन मेडिकल कॉलेज में 300 सीटें हैं तथा जिनके माता-पिता वहां प्रबंधन में हैं वहां पर नर्सिंग कॉलेज के लिए अधिकतम 100 सीटें दी जाएंगी.

6. स्कूल से अस्पताल की दूरी 15 किमी से 30 किलोमीटर तक कम हो गई है. हालांकि, पहाड़ी और जनजातीय क्षेत्रों के लिए अधिकतम दूरी 50 किलोमीटर है.

7. एमएससी (नर्सिंग) खोलने के लिए कार्यक्रमानुसार छूट दी गई है. साथ ही सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बिना एमएससी (नर्सिंग) स्नातक कार्यक्रम के शुरू कर सकता है.

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