श्रीनगर :केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कोरोना टीकों की भारी कमी है, जिसके कारण कुछ जिलों में टीकाकरण को रोकना पड़ा है. इसको लेकर राजनीतिक दलों ने चिंता व्यक्त की है. साथ ही कई सवाल उठाए हैं.
कांग्रेस के बाद सीपीएम ने मांग की है कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को टीके को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. सीपीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के टीकों की कमी चिंता का विषय है. उपराज्यपाल को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि टीके कब उपलब्ध होंगे.
कोविड टीकों की उपलब्धता के बारे में जम्मू-कश्मीर प्रशासन के दावों पर सीपीएम नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने कहा कि जमीनी हकीकत अलग है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में खुराक की कमी के कारण शून्य टीकाकरण दर्ज किया गया था, जो चिंता का बड़ा कारण है.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण के मामलों और इससे होने वाली मौतों में तेजी से वृद्धि हो रही है और इसे रोकने का एकमात्र तरीका टीकाकरण है. लेकिन कथित तौर पर हाल के दिनों में एक भी व्यक्ति को टीका नहीं लगाया गया है. जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाने के बजाय असहाय लोगों को अधर में छोड़ दिया है, जिससे काफी अनिश्चितता पैदा हो गई है.