जम्मू/श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के शोपियां में अधिकारियों ने कश्मीर पंडितों के पलायन की बात को सिरे से खारिज कर दिया. वहीं दूसरी ओर जम्मू में डेरा डाले इस अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने घाटी में लौटने से इनकार किया है. शोपियां के सूचना और जनसंपर्क विभाग के एक सत्यापित ट्विटर एकाउंट में दावा किया गया कि 'कश्मीरी अप्रवासी हिंदू आबादी' के पलायन की खबरें 'निराधार' हैं. अश्वनी कुमार भट ने जम्मू में संवाददाताओं से कहा कि वह पलायन कर चुके हैं और घाटी में कभी नहीं लौटेंगे.
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अश्वनी कुमार भट के भाई पूरन कृष्ण भट की 16 अक्टूबर को आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. अधिकारियों ने ट्विटर पर दावा किया कि प्रशासन द्वारा गांव में उचित और कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. यहां तक कि कश्मीरी अप्रवासी हिंदू बस्तियों और गांवों के अन्य इलाकों में भी इसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था की गई है. अश्वनी कुमार भट ने कहा कि हम वहां (श्रीनगर) से चले गए हैं. मैं कभी नहीं लौटूंगा. मैं अपने बच्चों की कसम खाता हूं, मैं अपने जीवन की आखिरी सांस तक नहीं लौटूंगा.