भरतपुर.जिले के कुम्हेर थाना क्षेत्र के गांव सिकरोरा में दो लोगों के बीच मामूली कहासुनी को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि एक युवक ने अपने साथियों के साथ आधी रात को ताबड़तोड़ फायरिंग कर तीन भाइयों को मौत के घाट उतार दिया (Shootout in Bharatpur). फायरिंग में दो महिला समेत तीन अन्य घायल हो गए. आधी रात को ही घटना के तुरंत बाद गांव में भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया है. घायलों को जयपुर रेफर कर दिया गया है. वहीं, पुलिस ने तीन आरोपियों को डिटेन किया है. जबकि अन्य आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की 10 टीमें अलग अलग जगह पर दबिश दे रही हैं. रविवार दोपहर को मृतकों के परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कुम्हेर में रोड जाम किया था, जिसे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने समझाइश कर खुलवाया.
जानकारी के अनुसार सिकरौरा गांव में रहने वाले गजेंद्र के बेटे टेनपाल का 24 नवंबर को उसके पड़ोसी लाखन से झगड़ा हो गया था. दोनों के झगड़े के बाद बीते दिनों गांव के पांच सरपंचों ने राजीनामा करवा दिया. लेकिन शनिवार आधी रात करीब 1 बजे लाखन ने अपने साथियों के साथ मिलकर गजेंद्र के घर में घुस कर अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
फायरिंग में गजेंद्र, समंदर, ईश्वर, टेनपाल, और टेनपाल की मां के गोली लगी. घटना में गजेंद्र, समंदर, ईश्वर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गजेंद्र की पत्नी माया, पुत्र टेनपाल और टेनपाल की पत्नी रवीना गंभीर रूप से घायल हैं.अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक अनिल मीणा ने बताया कि घटना में 3 लोगों की मौत हो गई है जबकि 3 अन्य घायल हैं. घटना के बाद गांव में पुलिस और आरएसी बल तैनात कर दिया है जबकि आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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दहशत की दास्तान- मृतक गजेंद्र पक्ष की पीड़ित महिला ने बताया कि रात करीब 1 बजे घर के सभी लोग सोए हुए थे. अचानक से फायरिंग की आवाज आई. सभी लोग बाहर निकल कर आए. आकर देखा तो लाखन पक्ष के लोग अंधाधुंध फायरिंग कर रहे थे. हमलावरों को टोका लेकिन वो रुके नहीं. इतने में घर की महिलाएं बच्चों को लेकर कमरे के अंदर बंद हो गईं. उधर हमलावरों ने एक भाई को रास्ते में घेरकर गोली मारी. पीड़ित महिला ने बताया कि हमला करने वाले पक्ष की महिलाएं और बच्चे भी इस पूरी घटना को देख रहे थे लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा और न ही किसी ने बचाया.
राजस्थान के भरतपुर में अंधाधुंध फायरिंग. दोस्त ने ही की दोस्त और भाइयों की हत्याः पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि लाखन और टेनपाल अच्छे मित्र और पड़ोसी थे. किसी बात पर इनमें झगड़ा हो गया था, जिसके बाद गांव के पंच सरपंच ने उन्हें बैठकर समझाया और सुलह करा दी थी. एसपी ने बताया कि शनिवार रात को लाखन और उसके अन्य साथियों ने बैठकर शराब पी. उसके बाद दोनों पक्षों के बीच में कहासुनी हुई और दोनों पक्ष छतों पर चढ़ गए. दोनों पक्षों में पथराव भी हुआ था. उसके बाद फायरिंग में गजेंद्र, समंदर और ईश्वर की मौत हो गई. जबकि तीन घायल हैं, जिनमें से एक हालत गंभीर बनी हुई है.
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तीन आरोपी डिटेन किएःएसपी श्याम सिंह ने बताया कि मामले में तीन नामजद आरोपियों को डिटेन कर लिया गया है. जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की 10 टीमें एएसपी व डिप्टी एसपी के नेतृत्व में अलग-अलग जगह पर दबिश दे रही हैं. लाखन के दोस्त, रिश्तेदारों को भी नामजद किया है. आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
रोड जाम कियाः आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों और ग्रामीणों ने कुम्हेर कस्बा के भरतपुर अलवर सड़क मार्ग को जाम कर दिया. सूचना पर कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह, आईजी गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर आलोक रंजन, पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह मौके पर पहुंचे. कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने समझाइश कर सड़क जाम को खुलवाया. कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि तीनों मृतकों के परिजनों को प्रधान और कुम्हेर नगर पालिका चेयरमैन ने एक- एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता देने के लिए जिला कलेक्टर आलोक रंजन सरकार को लिखेंगे. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में जो लोग शामिल हैं किसी को बख्शा नहीं जाएगा और सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.