दिल्ली

delhi

By

Published : Feb 7, 2022, 8:05 PM IST

ETV Bharat / bharat

स्वर कोकिला लता मंगेशकर पर राजनीति न करें: सांसद संजय राउत

भारत रत्न लता मंगेशकर की प्रतिमा की मांग को लेकर संजय राउत ने कहा कि कुछ लोगों ने पार्क में उनके स्मारक निर्माण की मांग की है. हालांकि, इस मांग की कोई आवश्यकता नहीं है. लता दीदी का स्मारक निश्चित रूप से बनेगा. इसका राजनीतिकरण न (Don't politicize Lata Mangeshkar demise, says MP Sanjay Rout)करें.

सांसद संजय राउत
सांसद संजय राउत

मुंबई : भाजपा विधायक राम कदम ने स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की शिवाजी पार्क में प्रतिमा स्थापित (BJP MLA Ram Kadam demands for statue of Lata Mangeshkar) करने की मांग की है. इसे लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी कि कम से कम महान गायिका लता मंगेशकर के मुद्दे पर राजनीति न करें. उन्होंने सोशल मीडिया पर शाहरूख खान को ट्रोल (shahrukh khan troll on social media) करने वालों को भी करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए शाहरूख खान की तस्वीर को लेकर उन्हें ट्रोल करना, शर्म की बात है.

गौरतलब है कि रविवार को स्वर कोकिला लता मंगेशकर को अंतिम विदाई देने के लिए कई बड़ी-बड़ी हस्तियां मौजूद थीं. बॉलीवुड के बादशाह शाहरूख खान भी अपनी मौनेजर पूजा डडलानी के साथ लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के लिए वहां पहुंचे थे. वहां शाहरूख ने अमर आत्मा की सदगति के लिए दुआ मांगी, जिसे लेकर अब सोशल मीडिया में लोग शाहरूख खान को ट्रोल करने (people trolling Shahrukh on social media) लगे हैं.

सांसद राउत ने कहा, लता दीदी अब एक अमर आत्मा हैं. उनका जन्म धरती पर मां सरस्वती के रूप में हुआ था. उन्हें हमेशा यादों में रहेंगी.

'लता दीदी पर राजनीति नहीं'

भारत रत्न लता मंगेशकर की प्रतिमा की मांग को लेकर संजय राउत ने कहा कि कुछ लोगों ने पार्क में उनके स्मारक निर्माण की मांग की है. हालांकि, इस मांग की कोई आवश्यकता नहीं है. लता दीदी का स्मारक निश्चित रूप से बनेगा. इस पर राजनीति न (Don't politicize Lata Mangeshkar demise, says MP Sanjay Rout)करें.

शाहरूख के सपोर्ट में उर्मिला का ट्वीट

सोशल मीडिया पर शाहरुख खान को ट्रोल करने वालों को उर्मिला मातोंडकर ने ट्वीट कर कड़ा जवाब (Urmila Matondkar tweeted on shahrukh ) दिया है. उन्होंने ट्वीट किया कि शाहरूख खान यहां थूक नहीं रहे थे, बल्कि दुआ फूंक रहे थे. इस सभ्यता और संस्कृति को ही भारत कहते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details