भिंड।भिंड जिले की 8 निकायों में दूसरे चरण की मतगणना के रुझान आने के साथ ही बीजेपी को निराशा हाथ लगी. सबसे लंबा समय भिंड नगर पालिका की काउंटिंग में लगा क्योंकि यहां 39 वार्ड में पार्षद चुने गए. इन वार्डों में भाजपा को 15 पार्षद मिले. जबकि 12 वार्डों में कांग्रेस को जीत हासिल हुई. बसपा को 4 वार्ड में पार्षद मिले. वहीं 8 निर्दलीयों को जनता ने पार्षद बनाया. ऐसे में अब अध्यक्ष पद के लिए रस्साकसी होगी और दारोमदार निर्दलीयों पर होगा. निर्दलीय पार्षदों के समर्थन ही तय करेगा कि शहर की सरकार कांग्रेस बनाएगी या बीजेपी.
MP Bhind election Result 2022 : भिंड में अपनी ही साख नहीं बचा पाए शिवराज के दो-दो मंत्री, जनता ने निर्दलीयों पर दिखाया भरोसा
बीजेपी ने प्रदेश भर में अपना परचम लहराया हो, लेकिन भिंड में शहर सरकार बनाने में बीजेपी का जादू नहीं चल सका. पहले चरण में आये 5 निकायों के परिणाम में कांग्रेस ने भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया. वहीं दूसरे चरण में हुए 2 नगर पालिका समेत ज़िले की सभी 8 निकायों में भी बीजेपी कुछ खास नहीं कर सकी. स्थिति यह रही कि कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया और राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया के क्षेत्र में भी भाजपा का दम नहीं दिखा. दूसरे चरण में कांग्रेस और निर्दलीयों पर जनता का भरोसा ज्यादा दिखाई दिया. (Two ministers not save own credibility) (In Bhind public trust in independents)
बीजेपी- कांग्रेस से ज़्यादा निर्दलीयों पर भरोसा :भिंड में दूसरे चरण के नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम में बीजेपी कांग्रेस से जनता का भरोसा निर्दलीयों पर ज़्यादा दिखाई दिया. गोहद नगर पालिका में कांग्रेस से मेवाराम जाटव के विधायक होने के बाद भी 18 वार्डों में से कांग्रेस सिर्फ 5 वार्ड जीत सकी, जबकि जनता ने निर्दलीय 9 प्रत्याशियों को पार्षद चुनाव है. यही हाल अकोड़ा में रहा यह 15 में से 8 वार्ड में निर्दलीय पार्षद चुने गए, फूप नगर परिषद में 15 में से 8 पार्षद निर्दलीय, मालनपुर नगर परिषद में भी 15 में से 6 पार्षद निर्दलीय बने. (Two ministers not save own credibility) (In Bhind public trust in independents)