भोपाल।शिवराज सिंह चौहान की राजनीति को समझ पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. जिस समय एमपी के सीएम इन वेटिंग के बाकी दावेदार दिल्ली भोपाल एक किए हैं. तब शिवराज सिंह चौहान बेफिक्र अपनी गाड़ी उन विधानसभा सीटों पर मोडे़ हुए हैं. जहां बीजेपी की आंधी में भी कमल खिल नहीं पाया. छिंदवाड़ा, श्योपुर के बाद अब राघौगढ़..जिस समय बाकी के सीएम इन वेटिंग दावेदार एमपी में बीजपी की भारी भरकम जीत को मोदी मैजिक बता रहे हैं. जब शिवराज जता रहे हैं कि पद की दौड़ से बाहर वो मिशन 29 के लिए अपना अभियान शुरु कर चुके हैं.
शिवराज इन आभार सभाओं के जरिए ये संदेश भी दे रहे हैं कि जिसने जीत दिलाई. वही आभार जताने पहुंच रहा है. राघौगढ़ पहुंचे शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'मैं मिशन 29 पर निकला हूं. ताकि 2024 में 29 लोकसभा सीटों के कमल के फूल की माला पीएम मोदी को पहना सकें'. इशारों में शिवराज ने एमपी में बीजेपी की बंपर जीत का क्रेडिट एक बार फिर लाड़ली बहना योजना को दिया और कहा कि लोग कांटे की टक्कर बता रहे थे. मैं तो कहता हूं सारे कांटे बहनों ने निकाल दिए.
हमारा मत लो तो सीएम केवल शिवराज: बहाने बनाए जा रहें ईवीएम में हार गए. ईवीएम में हार जाते तो हम हीरेंद्र सिंह बंटी बना को वोट में पीछे नहीं रहने देते. आपको तो ईवीएम ने नहीं बल्कि अहंकार ने हराया है. शिवराज ने दिग्विजय और कमलनाथ दोनों पर निशाना साधा और कहा कि कर्नाटक की जीत के साथ ही कांग्रेस की हार तय हो गई थी. विभागों का बंटवारा हो रहा था सूट सिल गए थे. उन्होंने कहा कि ईवीएम के बहाने बनाए जा रहे हैं. जबकि कांग्रेस ने नहीं देखा लाड़ली बहना का आर्शीवाद कहां बरस रहा है.