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सामना में शिवसेना ने कसा तंज, बीजेपी के पास अकूत दौलत, फिर क्यों चंदा मांग रहे हैं पीएम मोदी

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कार्यकर्ताओं से चंदा मांगने की अपील करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है. शिवसेना ने सामना के संपादकीय में पूछा है कि जब भारतीय जनता पार्टी के पास इतने पैसे हैं तो कार्यकर्ताओं के बीच चंदा अभियान चलाने की जरूरत क्यों पड़ी. उसने पीएम केयर फंड पर भी सवाल उठाए हैं.

Saamana Editorial
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Published : Dec 27, 2021, 10:30 AM IST

हैदराबाद : शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी के चंदा मांगने वाले अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि दुनिया की सबसे अमीर राजनीतिक दल को चंदा मांगने की जरूरत क्यों पड़ गई है. इस अभियान से भाजपा यह दिखाना चाहती है कि पार्टी चंदे के सहारे चल रही है. संपादकीय में यह आरोप लगाया गया है कि बीजेपी एक ओर बड़े दानदाताओं से चंदे ले रही है, दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तेलुगु देशम, शिवसेना, कांग्रेस इन पार्टियों को चंदा देनेवालों को किसी-न-किसी तरह से परेशान कर रही है. आज भी उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव करीब आने लगे हैं, वैसे-वैसे आयकर विभाग की छापेमारी जोर पकड़ने लगी है. अन्य राजनीतिक दलों की आर्थिक नाकाबंदी करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है और उनकी आर्थिक निगरानी की जाती है.

शिवसेना का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए हजारों करोड़ रुपए पहले ही जमा हो गए, फिर भी लोगों से चंदा लिया गया. आलेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर हैरत जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश को सर्वोच्च प्रधानता देनेवाले औरआजन्म देश सेवा करनेवाले हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की संस्कृति को इस मुहिम से अधिक बल मिलेगा. आपकी मदद से भाजपा व हमारा देश अधिक बलवान बनेगा. शिवसेना ने पूछा है कि आखिर बीजेपी को चंदा देने से देश कैसे मजबूत होगा, यह समझना मुश्किल है. भाजपा की तिजोरी दिन रात भर रही है, फिर पार्टी क्यों चंदा मांग रही है. पीएम केयर पर सवाल उठाते हुए संपादकीय में लिखा है कि कोविड काल के दौरान पीएम केयर फंड में हजारों करोड़ रुपए जमा हुए. उसमें आर्थिक लेन-देन पर विरोधियों के सवाल का उत्तर भाजपा अथवा प्रधानमंत्री अब तक नहीं दे पाए हैं. तंज कसते हुए यह पूछा गया है कि जब महंगाई, बेरोजगारी कहर ढा रही है. पेट्रोल-डीजल आज भी सौ के पार है तो फिर चंदा मुहिम चलाया जा रहा है. कुल मिलाकर भाजपा अपने इनकम को चंदा लेकर नैतिक मुलम्मा चढ़ाने का प्रयास कर रही है.

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