लखनऊ:जमीनों पर निवेश करने के नाम पर लोगों के करीब 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक हड़पने वाली कंपनी शाइन सिटी के मालिक राशिद नसीम और उसके साथियों की बिहार में मौजूद संपत्तियों को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जब्त करेगा. ईडी ने बिहार के पटना समेत कई जिलों में 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को चिह्नित किया है. ईडी जल्द ही इन्हें जब्त करने के बाद हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगी. ईडी अब तक कंपनी की 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त कर चुकी है, जबकि 150 करोड़ से अधिक की संपत्ति चिह्नित कर चुकी है.
दरअसल, हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शाइन सिटी के खिलाफ चल रही ईओडब्ल्यू और ईडी की धीमी कार्रवाई पर सख्त रुख अपनाया था. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी चंदौली व प्रयागराज समेत दर्जनभर से ज्यादा शहरों में 50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को जब्त कर चुकी है. हाल ही में ईडी ने लखनऊ जेल में बंद कंपनी के एमडी राशिद नसीम के भाई आसिफ नसीम से पूछताछ की थी. इसमें सामने आया था कि राशिद नसीम व आसिफ ने बिहार में कई संपत्तियों की खरीद-फरोख की थी.
बता दें कि शाइन सिटी के सीएमडी राशिद नसीम का भाई और कंपनी में एमडी आसिफ नसीम को लखनऊ कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने नवंबर 2021 को प्रयागराज से गिरफ्तार किया था. उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. उसके खिलाफ लखनऊ में 374 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. इनमें से गोमतीनगर में दर्ज 82 मुकदमों में सीबीआई कोर्ट कुर्की का आदेश जारी कर चुकी है. वहीं, कंपनी के एमडी राशिद नसीम को साल 2019 में नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था.
हालांकि, बाद में नेपाल से ही उसे जमानत मिल गई थी. इसके बाद वह दुबई भाग गया. अब वह दुबई से नेटवर्क चला रहा है और जार्जिया की नागरिकता लेने की तैयारी में है. वहीं, ईओडब्ल्यू ने राशिद के प्रत्यर्पण के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को जरूरी कागजात भेज दिए हैं. एजेंसी के मुताबिक, राशिद और उसका भाई आसिफ नसीम शाइन सिटी समेत करीब 36 कंपनियों का निदेशक है. दोनों ने मिलकर प्लाट, मकान, हीरा, क्रिप्टो करेंसी, सोना और रुपये दोगुना करने का लालच देकर हजारों लोगों को ठगा है. दोनों भाई प्रयागराज के करैली जीटीबी कॉलोनी के रहने वाले हैं. इन्होंने लखनऊ समेत देश के कई शहरों में ऑफिस खोले थे. कंपनी के खिलाफ दर्ज मुकदमों के मामलों में आसिफ नसीम सहित 58 लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं.
यह भी पढ़ें:Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद का बी वारंट पहुंचा साबरमती जेल, पुलिस फिर ला सकती है प्रयागराज