नासिक :प्याज उत्पादकों के हित में चार साल बाद फिर से सार्वजनिक आंदोलन शुरू करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि जब तक आप सड़क पर नहीं उतरेंगे, सरकार नहीं सुनेगी. उन्होंने प्याज निर्यात पर केंद्र के प्रतिबंध को रद्द करने की मांग की.
31 मार्च, 2024 तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के केंद्र के फैसले के खिलाफ कई किसानों ने मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर 'रास्ता रोको' (सड़क नाकाबंदी) का प्रदर्शन किया. नासिक के चांदवड गांव में प्याज उत्पादकों को संबोधित करते हुए पवार ने दावा किया कि केंद्र सरकार अनदेखी कर रही है. किसानों को एकजुट होकर अपना हक मांगने की जरूरत है.
विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'नासिक रास्ता दिखा सकता है.' उन्होंने कहा, 'मैं कल नई दिल्ली जाऊंगा और इस मुद्दे को संबंधित अधिकारियों के साथ-साथ मौजूदा संसद सत्र में भी उठाऊंगा. राज्य और केंद्र सरकार की किसानों की मदद करने की जिम्मेदारी है.'
पवार ने कहा कि प्याज उत्पादक छोटे किसान हैं जो अच्छी फसल के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कभी भी प्याज की कीमतें कम नहीं कीं और न ही निर्यात पर प्रतिबंध लगाया.