कांकेर: बताया जा रहा है कि महिला को ससुराल और मायके पक्ष दोनों जगहों से भगा दिया गया था. वह बच्ची का पालन पोषण कर रही थी. इसी बीच शनिवार को उसकी बच्ची की मौत हो गई. जिसके बाद वह अपनी बच्ची को गोद में लेकर दर दर भटकती रही. महिला शनिवार से रविवार शाम तक बच्ची के अंतिम संस्कार के लिए भटकती रही. रविवार शाम को जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की टीम ने कांकेर मुक्तिधाम में बच्ची का अंतिम संस्कार करवाया. इसके साथ ही महिला को वन स्टॉप सखी सेंटर में रखा गया है.
महिला का चार साल पहले हुआ था विवाह, पति ने महिला को छोड़ा: महिला का चार साल पहले विवाह हुआ था. वह पति के साथ सुखी जीवन व्यतीत कर रही थी. लेकिन बच्ची के जन्म से स्थिति बदलती चली गई. बच्ची का जन्म होते ही महिला बीमार पड़ गई. उसके बाद पति ने कोई इलाज नहीं कराया. जिससे महिला की स्थिति और खराब हो गई. महिला के बीमार पड़ने से बच्ची कुपोषित हो गई. इन सब परेशानियों के बीच महिला की मानसिक स्थिति खराब हो गई.
महिला ने बताया कि वह चर्च जाने लगी: महिला ने बताया कि उसका पति उसे छोड़कर काम करने चला गया. उसके बाद पति ने काम काज छोड़ दिया और उसके साथ मारपीट करने लगा. महिला अपने मायके पहुंची. इस दौरान उसका संपर्क चर्च और ईसाई धर्म के लोगों से हुआ. महिला ने कहा उसके बाद वह स्वस्थ हो गई. लेकिन इस बीच महिला के चर्च जाने की बात उसके मायके वालों को पता चली तो मायके वालों ने भी उसे मारपीट कर भगा दिया. दोनों ही परिवार उसे मारपीट कर भगा दिए. इस दौरान महिला अपनी बीमार बच्ची को लेकर भटकती रही. उसके बाद बच्ची की मौत हो गई.