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ये टाइगर नहीं 'कोको' है! चार माह बाद डीएनए टेस्ट से डॉगी को मिला मालिक

मध्य प्रदेश में एक लैब्राडोर डॉग को आखिर अपना मालिक मिल गया. चार माह के बाद लैब्राडोर डॉग की हैदराबाद से डीएनए रिपोर्ट आई. डीएनए रिपोर्ट के आधार पर (लैब्राडोर डॉग) कोको है, टाइगर नहीं. डीएनए रिपोर्ट के आधार पर फैसला शादाब खान के पक्ष में आया है. जानिए क्या है पूरा मामला.

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Published : Mar 19, 2021, 10:57 PM IST

डॉगी को मिला मालिक
डॉगी को मिला मालिक

होशंगाबाद : कहते हैं कि मालिक के प्रति कुत्ते जैसी वफादारी शायद ही किसी और जानवर में देखने को मिलती है. लेकिन हम आप से कहे कि मालिक भी अपने कुत्ते के प्रति उतना ही वफादार हो तो शायद आप चौंक जाएंगे लेकिन यह बिल्कुल सच है.

एक ऐसा ही मामला होशंगाबाद जिले से सामने आया है. जहां के शादाब ने अपने वफादार कहे जाने वाले कुत्ते को पाने के लिए पैसा पानी की तरह बहाया और आखिरकार उस मालिक को अपना प्यारा जानवर मिल गया. जानिये कैसे.

शादाब खान को मिला लैब्राडोर डॉग पर मालिकाना हक

मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में नवंबर माह में एक लैब्राडोर डॉग का अनोखा मामला सामने आया था. जिसमे एक डॉग के दो मालिक होने का दावा पुलिस के सामने किया गया था.

लैब्राडोर डॉग पर दो मालिकों का दावा

होशंगाबाद देहात थाने में शादाब खान और कृतिक शिवहरे लैब्राडोर डॉग अपना होने का दावा करने पहुंचे थे. जिसके बाद करीब पांच घण्टे तक थाने में पुलिस और दोनों डॉग मालिकों को बीच बहस चलती रही.

आखिरकार पुलिस ने डॉग का डीएनए टेस्ट करने की बात कही. दोनों ने सहमति दे दी. पशु चिकित्सक ने डॉग का डीएनए टेस्ट के लिये सैम्पल लिया. इसके बाद शादाब खान ने डॉग के पिता काे पचमढ़ी में होना बताया. पशु चिकित्सक के साथ पुलिस की एक टीम पचमढ़ी गई, जहां उसका भी डीएनए सैम्पल लिया गया.

कोको बनाम टाइगर

शादाब खान का कहना था कि उनका लैब्राडोर प्रजाति का डॉग लगभग 3 माह पहले गुम हो गया था. जिसकी सूचना उन्होंने देहात थाने में की थी. वहीं 18 नवंबर को मालाखेड़ी में ही डॉग के होने की सूचना मिलने पर शादाब खान कृतिक के स्थान पर पहुंचे थे. जिसके बाद उन्हें पता चला के वहां पर उनका डॉग कोको है. उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी थी कि उसका डॉग मालाखेड़ी में ही एक जगह बंधा है. तभी होशंगाबाद देहात पुलिस द्वारा पुलिस अभिरक्षा में डॉग को शादाब खान को दिया गया था. डॉग से संबंधित दस्तावेजों को पुलिस को दिखाया गया था.

19 नवंबर को कृतिक द्वारा डॉग को लेकर थाने में दावा प्रस्तुत किया गया था कि यह जो डॉग आप लेकर आए हैं वह उसका टाइगर हैं, इसके बाद से ही लगभग 2 दिनों से डॉग को लेकर दोनों ही पक्ष स्वयं के डॉग होने का दावा कर रहे थे. वहीं शादाब खान का कहना था कि डॉग का नाम कोको है.

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देहात थाना टीआई अनूप सिंह ने बताया की लैब्राडोर डॉग की हैदराबाद से डीएनए रिपोर्ट आई. शादाब खान द्वारा बताए गए डॉग के सैंपल से डॉग का सैंपल मैच हुआ है. जिससे यह साबित हुआ है कि डॉग शादाब खान का है. मामले में जो भी विधि संगत कार्रवाई होगी वह की जाएगी.

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