ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीपीएससी) के पेपर लीक मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गयी. 4 सुरक्षा अधिकारियों सहित कम से कम 10 लोगों के घायल होने की खबर है. पेपर लीक मामले को लेकर पैन अरुणाचल संयुक्त संचालन समिति (पीएजेएससी) शुक्रवार को अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया था.
हिंसक के बाद अरुणाचल प्रदेश कैबिनेट ने एपीपीएससी के नवनियुक्त अध्यक्ष संतनु दयाल के शपथ ग्रहण समारोह को रद्द करने का निर्णय लिया. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेना खांडू ने शाम सीएमओ से एक बयान जारी कर कहा कि लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, राज्य सरकार ने अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (APPSC) के नामित अध्यक्ष और सदस्यों के निर्धारित शपथ ग्रहण समारोह को रद्द कर दिया है.
शुक्रवार दोपहर एक बयान में निर्णय की जानकारी देते हुए, मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि हमारा इरादा केवल आयोग को ओवरहाल करना था और उन निर्दोष उम्मीदवारों को राहत देना था, जो दुर्भाग्य से पेपर लीकेज घोटाले के शिकार हो गए थे. उस मंशा से हमने आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों के पदों को भरने के लिए विज्ञापन दिया और आयोग के गठन और इसे जल्द से जल्द क्रियाशील बनाने के लिए निर्धारित मानदंडों का पालन किया. हमारा मानना था कि नए अध्यक्ष और सदस्यों को शपथ दिलाकर आयोग का गठन जनता की भलाई के लिए होगा क्योंकि यह परीक्षाओं के संचालन का मार्ग प्रशस्त करेगा और उम्मीदवारों को ज्यादा समय बर्बाद किए बिना उचित अवसर प्रदान करेगा.
हालांकि, यह हमारे संज्ञान में आया है कि कई अभ्यर्थी, उनके माता-पिता और आम जनता हमारे द्वारा उठाए जा रहे कदमों से सहमत नहीं हैं और इसलिए विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. सरकार ने उनकी भावना का सम्मान करते हुए निर्धारित शपथ ग्रहण समारोह को रद्द करने का फैसला किया है. हम सभी हितधारकों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद इस संबंध में आगे की कार्रवाई तय करेंगे.
खांडू ने दोहराया कि पेपर लीक घोटाले का खुलासा सरकार के लिए भी उतना ही चौंकाने वाला है, जितना कि आम जनता के लिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले दिन से ही स्थिति से सख्ती से निपटा और राज्य सतर्कता विभाग के विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआईसी) को मामले की जांच करने और सत्ता या पद की परवाह किए बिना इसमें शामिल सभी लोगों को पकड़ने की खुली छूट दी गई.