हरिद्वार:उत्तराखंड के हरिद्वार में कुट्टू का आटा खाने से 122 लोग फूड प्वॉइजनिंग (food poisoning) का शिकार हो गए हैं. सभी लोगों का हरिद्वार के जीडी और मेला अस्पताल समेत अन्य अस्पतालों में इलाज जारी है. सुबह से अधिकारी और जनप्रतिनिधि मरीजों का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत समेत हरिद्वार के संतों ने भी मरीजों का हाल जाना है. इस दौरान संतों ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच और फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा है कि जल्द ही इसकी समीक्षा करेंगे और दोषियों पर उचित कार्रवाई करेंगे.
बता दें, हरिद्वार के कांगड़ी और ब्रह्मपुरी में कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से मरीजों की संख्या बढ़ गई है. ताजा जानकारी के मुताबिक मरीजों की संख्या 122 पहुंच गई है. वहीं, अब मरीजों से मिलने नेताओं और संत भी पहुंचने लगे हैं. सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक मरीजों से मिलने पहुंचे, जिसके बाद साधु संतों ने भी मरीजों से बात की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.
मरीजों से मिलने पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि उन्होंने जीडी हॉस्पिटल व मेला हॉस्पिटल में एडमिट सभी मरीजों का हालचाल जाना है, सभी डॉक्टर्स सही तरह से कार्य कर रहे हैं और कोई भी मामला सीरियस नहीं है. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि सभी दुकानों के सैंपल लिए जाएं और जो भी तथ्य सामने आते हैं उसके आधार पर कार्रवाई की जाए.
वहीं, मरीजों का हालचाल जानने पहुंचे साधु-संतों ने इसे एक बड़ा षड्यंत्र बताया है. स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा है कि कि यह हिंदुओं के खिलाफ एक सोची समझी साजिश हो सकती है लेकिन माता रानी के आशीर्वाद से कोई भी घटना नहीं घटी है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह है कि वह इस पर जांच बैठाएं और तुरंत फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों को सस्पेंड किया जाना चाहिए.