कटिहार में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर की फायरिंग कटिहार:बिहार के कटिहार में पुलिस ने उग्र भीड़ पर फायरिंगकी है. फायरिंग में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि दो की हालत गंभीर बतायी जा रही है. हालांकि ग्रामीण तीन लोगों की मौत की बात कह रहे हैं. लेकिन कटिहार एसपी जितेन्द्र कुमार ने दो की मौत की पुष्टि की है. घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. कई पुलिस वाले भी घायल हो गए हैं.
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"इस घटना में दो व्यक्ति की मौत हुई हैं, जबकि एक गंभीर रूप से जख्मी है. घायल का अस्पताल में इलाज चल रहा है. फिलहाल पुलिस घटनास्थल पर कैम्प कर रही है. विधि व्यवस्था नियंत्रण में हैं. पूरे मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है."- जितेन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक, कटिहार
क्या है पूरा मामला : बताया जाता है कि जिले के बारसोई में एसडीओ कार्यालय के पास विद्युत आपूर्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इसी बीच भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी. गोली लगने से एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई. लोगों का कहना है कि दो लोगों ने अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है.
फायरिंग में किसकी हुई है मौत :जिन तीन लोगों की मौत की खबर है, उसमें बासल गांव का रहने वाला खुर्शीद आलम (34 वर्ष) की मौत की पुलिस अधिकारी ने पुष्टि कर दी है. इसके अलावे चापाखोड़ पंचायत के नियाज आलम (32 वर्ष) और एक अन्य शामिल है. ग्रामीणों का कहना है कि लाठीचार्ज में कई लोग घायल भी हुए हैं.
क्या कहना है ग्रामीणों का?:स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि 3 बजे के आसपास वे लोग बिजली विभाग के रवैये के खिलाफ प्रदर्शन करने गए थे. इसी दौरान पुलिस ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. उनका आरोप है कि 5 लोगों को गोली लगी है, जिसमें से तीन लोगों की मौत हो गई.
क्या है घटना की वजह?: बताया जाता है कि सुबह 5 बजे से 11 बजे तक मेंटेनेंस कार्य की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित थी. इसी से आक्रोशित होकर लोगों ने प्राणपुर के बस्तौल चौक और बारसोई प्रखंड मुख्यालय के पास मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था.
बीजेपी ने की सीएम से इस्तीफे की मांग: इस घटना की बीजेपी ने निंदा की है. प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थी नौकरी मांगते हैं तो लाठी मिलती है और बिजली मांगने पर लोगों को गोली मार दी जाती है. इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. वहीं, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव कठोर दिल के हैं. यह सरकार अत्याचारी और असंवेदनशील हो गई है. मुख्यमंत्री को घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
"कटिहार के बारसोई में लोग बिजली की समस्या को लेकर आंदोलन कर रहे थे और नीतीश सरकार की पुलिस ने गोली चलाकर आम लोगों को मार डाला. मैं मांग करता हूं कि तुरंत हाईलेवल जांच हो. ये साफ हो गया कि पहले नौकरी मांगने पर नीतीश कुमार जी गोली मरवा रहे थे, अब बिजली मांगने पर गोली चलवाते हैं"-सम्राट चौधरी, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी