रायपुर :छत्तीसगढ़ केबस्तर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी समय-समय पर बस्तर में प्रतिभा उभर कर सामने आती है. हमेशा से ही बस्तर के शहरी और ग्रामीण अंचल के युवाओं ने प्रदेश का नाम रोशन किया है. लेकिन इन युवाओं के बीच ऐसे धावक भी हैं, जो युवाओं के साथ-साथ बुजुर्गों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं.
इनका नाम टीपी नायडू है. टीपी नायडू 70 साल के हैं. बस्तर पुलिस के रोल मॉडल और ब्रांड एंबेसडर भी हैं. टीपी नायडू बस्तर के एक चर्चित धावक हैं. हाल ही में नारायणपुर में हुए हॉफ मैराथन दौड़ में एक घंटे 57 मिनट में अपनी 21 किलोमीटर की दौड़ समाप्त करने की ख्याति प्राप्त करने वाले टीपी नायडू बस्तर संभाग में अपनी पहचान बना चुके हैं.
जगदलपुर शहर से लगे ग्राम पंचायत आड़ावाल में रहने वाले 70 साल के रिटायर शिक्षक के जज्बे जुनून और उनके जोश को हर कोई सलाम करता है. बेहद गरीबी में पले बढ़े टीपी नायडू पढ़ाई में अव्वल होने के साथ-साथ खेल में भी उन्हें काफी रुचि थी. यही वजह है कि उन्होंने अपनी 42 साल की शिक्षक की नौकरी में एक अच्छे शिक्षक बनने के साथ-साथ छात्रों के लिए खेल शिक्षक बनकर उनमें छिपी प्रतिभा को निखारा.
रोज 10 से 15 किलोमीटर की दौड़
सुबह सूरज उगने से पहले उठने वाले टीपी नायडू हर दिन करीब 10 से 15 किलोमीटर दौड़ लगाते हैं. ताकि उनका शरीर फिट रहे. इसके अलावा शाम होते ही 10 किलोमीटर वह साइकिल चलाते हैं. टीपी नायडू ने बताया कि वे हर रोज सुबह 4 बजे उठते हैं. 5 बजते ही दौड़ लगाने चले जाते हैं. उनकी फिटनेस का मुख्य राज सुबह जल्दी उठना है. उठते ही वो करीब 2 लीटर पानी भी पीते हैं. अपने शरीर को चुस्त-दुरुस्त भी रखते हैं.
बस्तर में रनर नायडू के नाम से फेमस
टीपी नायडू ने बताया कि बस्तरवासी उन्हें रनर नायडू के नाम से जानते हैं. कई बार नेशनल लेवल पर वेटरन एथलेटिस में प्रतिभागी बनकर कई मेडल हासिल कर चुके हैं. जम्मू कश्मीर से लेकर बेंगलुरु, मुंबई और मध्य प्रदेश में हुए नेशनल एथलेटिक्स गेम्स में बकायदा उन्होंने मेडल लाकर बस्तर का नाम रोशन किया है. वे कहते हैं कि इंसान की व्यस्थता उसे मस्त बनाती है, और स्वस्थ रखती है. 70 साल की उम्र में उन्हें कभी किसी तरह की कोई बीमारी नहीं हुई. अपने दिनचर्या का खास ख्याल रखने की वजह से वे शहर में होने वाले हर आयोजन में हिस्सा लेते हैं. खासकर हर साल हाफ मैराथन दौड़ में शामिल होते हैं. यही वजह है कि हर बार तेज रफ्तार में दौड़ कर अपने 21 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले टीपी नायडू लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं.
नेशनल एथलेटिक्स में बने बस्तर टीम के लीडर
जम्मू में हुए नेशनल एथलेटिक्स के दौरान उन्हें बस्तर जिले से टीम लीडर बनाया गया था. उनके नेतृत्व में 22 प्रतिभागियों ने 48 मेडल जीते थे. जिसमें गोल्ड मेडल, रजत पदक शामिल हैं. उनका कहना है कि जहां नए जमाने में युवा अपनी सेहत की चिंता छोड़ स्मार्टफोन में व्यस्त रहते हैं. उनकी कोशिश रहती है कि हर आयोजन में वे शामिल होकर युवाओं को खेलकूद के लिए प्रोत्साहित करते रहें. केवल मैराथन ही नहीं बल्कि, सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के आयोजित किये गए 5 किलोमीटर की दौड़ में भी उन्होंने 22 मिनट में ही दौड़ को पूरा कर लिया था. इसके अलावा बस्तर पुलिस के हर एक आयोजन में टीपी नायडू की मौजूदगी रहती है. यही वजह है कि बस्तर पुलिस ने 2021 मैराथन दौड़ में उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाया है.