नई दिल्ली :सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि नामीबिया से भारत लाए गए आठ चीतों में से सात जीवित हैं. यह जानकारी पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Minister of State for Environment, Forest and Climate Change Ashwini Kumar Choubey ) ने लिखित जवाब में दी. इस बारे में कांग्रेस सांसद कुमार केतकर द्वारा नामीबिया से भारत लाए गए चीतों की स्थिति, चीतों की संख्या कितनी है और कितने जीवित हैं के बारे में सवाल पूछा गया था. वहीं चीतों को लाने के लिए सरकार द्वारा खर्च की राशि के बारे में राज्य मंत्री ने बताया कि भारत में चीता लाने की कार्य योजना के मुताबिक पहले चरण में (5 वर्ष) के लिए परियोजना की अनुमानित लागत 91.65 करोड़ रुपये है.
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने भारत में चीता की शुरूआत के लिए आईयूसीएन दिशानिर्देशों के अनुसार एक विस्तृत वैज्ञानिक कार्य योजना तैयार की है. भारतीय जंगलों में चीतों के जीवित न रहने के कारणों पर टिप्पणी करने के लिए कहे जाने पर कहा कि भारत में चीतों के संरक्षण और संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए, वैज्ञानिक कार्य योजना के अनुसार कार्रवाई की जाती है जिसे अग्रणी की विशेषज्ञता के बाद तैयार किया गया है. इसमें जीवविज्ञानी, पारिस्थितिकीविज्ञानी, संरक्षणवादियों और प्रबंधकों सहित चीता विशेषज्ञ शामिल होते हैं.