नई दिल्ली : भारत में कोरोना की दूसरे लहर ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को नाकाफ़ी साबित किया, लेकिन इस बीच कई सामाजिक संगठन सामने आए और देश भर में अपने अपने स्तर पर राहत कार्य शुरू किए. इन सामाजिक गैर सरकारी संगठनों में सेवा इंटरनेशनल का नाम इन दिनों चर्चा में है.
भारत में राहत कार्य करने के लिए ट्विटर के सीईओ जैक डार्सी ने सेवा इंटरनेशनल को 2.5 मिलियन डॉलर का दान दिया है. इससे पहले भी सोशल मीडिया के माध्यम से सेवा इंटरनेशनल पांच मिलियन डॉलर से ज्यादा एकत्रित कर चुका है और रिपोर्ट्स के मुताबिक कुल 1,01,000 लोगों ने अब तक सेवा इंटरनेशनल को दान दिया है. ऐसे में सवाल उठ रहे थे कि सेवा इंटरनेशनल इन पैसों का किस तरह इस्तेमाल करेगा और भारत में कोरोना राहत कार्य के लिए इस संगठन की ओर से क्या कार्य किए जा रहे हैं? इन तमाम सवालों के जवाब अब सेवा इंटरनेशनल ने अपने सेवा कार्यों से ही देना शुरू कर दिया है.
शनिवार को सेवा इंटरनेशनल की तरफ से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, देओबंद के तिब्बिया इंस्टिट्यूट और बनारस के विशाल भारत संस्थान को पांच-पांच ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दिए गए हैं. आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार और सेवा इंटरनेशनल के मैनेजिंग ट्रस्टी श्याम प्रांडे ने दिल्ली से ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की खेप रवाना की.
सेवा इंटरनेशनल ने देश भर में 10 हज़ार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, 400 वेंटीलेटर, 20,500 पल्स ऑक्सीमीटर, 50,000 राशन किट्स और 50 हज़ार मेडिकल किट्स वितरित करने की योजना बनाई है. सेवा इंटरनेशनल के ट्रस्टी श्याम प्रांडे ने बताया कि इनमें से 2,000 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अब तक वितरित भी किए जा चुके हैं, जो भारत से ही खरीदे गए थे.
वहीं, अब तक 1,500 ऑक्सीमीटर भी वितरित किए जा चुके हैं. मई के अंत तक सभी ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, वेंटीलेटर, पल्स ऑक्सीमीटर और अन्य राहत सामग्री देश में पहुंच कर वितरित भी कर दी जाएगी.