देहरादून:कांग्रेस को आज (26 अगस्त) उस समय बड़ा झटका लगा, जब वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर पार्टी के सभी पदों इस्तीफा दे (Senior leader Ghulam Nabi Azad resigns) दिया. गुलाम नबी आजाद ने 5 पन्नों के इस्तीफें में कांग्रेस पर गंभीर सवाल खड़े किए है. गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से लेकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजकर कांग्रेस से अलविदा कहा. गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेता उनपर हमलावर हो गये हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत (Senior leader Harish Rawat) ने गुलाम नबी आजाद पर पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाते हुए उन्हें भाजपा की बी टीम बताया है.
गुलाम नबी आजाद को हरीश रावत ने बताया भाजपा की बी टीम, इस्तीफे को बताया कांग्रेस से धोखा
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर हरीश रावत ने प्रतिक्रिया दी है. हरीश रावत ने गुलाम नबी आजाद पर पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं हरीश रावत ने गुलाम नबी आजाद को भाजपा की बी टीम बताया. हरीश रावत ने कहा आने वाले दिनों में गुलाम नबी आजाद को अपने फैसले पर पछताना पड़ेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Senior leader Harish Rawat) ने सोशल मीडिया के माध्यम से गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधा. उन्होंने कहा गुलाम नबी आजाद ने ऐसे समय में पार्टी को धोखा दिया है जब पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं ने पिछले दो-तीन महीनों के अंदर पूरी शक्ति जुटाकर पार्टी को संघर्ष के लिए तैयार कर रहे हैं. ऐसे में यह लाखों कार्यकर्ताओं का अपमान है. उन्होंने कहा दरअसल, गुलाम नबी आजाद ने पार्टी को धोखा देने का मन बहुत पहले बना लिया था. जब उन्होंने कुछ साथियों के साथ पहला पत्र लिखा था उस समय ही उनकी मंशा का साफ पता चल गया था. उसके बावजूद हम लोगों को उम्मीद थी कि सब ठीक हो जाएगा, क्योंकि उनका इतने सालों से पार्टी से रिश्ता रहा है. उम्मीद थी की वे इसका मूल्य समझेंगे, मगर आखिरकार भाजपा की बी टीम बनने के लिए गुलाम नबी आजाद ने कई कई बहानों के साथ पार्टी से नाता तोड़ने का ऐलान कर ही दिया.
पढ़ें-AIIMS ऋषिकेश में PICU की शुरुआत, छोटे बच्चों को मिलेंगी अच्छी सेवाएं
हरीश रावत का कहना है कि वो बहाने शब्द का उपयोग इसलिए कर रहे हैं , क्योंकि गुलाम नबी आजाद लंबे समय तक पार्टी के कार्यकर्ता रहे. उस समय भी ऐसे ही कुछ मिले-जुले सवाल उठते थे. पार्टी मे ऊंच-नीच होती थी मगर जिस प्रकार गुलाम नबी आजाद ने ऐसे समय में पार्टी को धोखा दिया है, ये लाखों कार्यकर्ताओं का अपमान है. हरीश रावत का कहना है कि पार्टी पूरी शक्ति लगाकर संघर्ष के लिए तैयार हो गई है. महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की हुंकार रैली और भारत जोड़ो यात्रा ऐतिहासिक होने जा रही है. ऐसे में गुलाम नबी आजाद के त्यागपत्र का कार्यकर्ताओं और कांग्रेस के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. उन्होंने यह भी कहा गुलाम नबी आजाद को अंत में अपने निर्णय पर पछताना पड़ेगा. वे बाद में भाजपा की बी टीम बनकर ही रह जाएंगे.