सीतामढ़ी:इंडो नेपाल बॉर्डर से भारत में प्रवेश करने वाली सीमा हैदर का मामला पिछले कई दिनों से सुर्खियां बटोर रहा है. भारत में सोनबरसा बॉर्डर से घुसपैठ के बाद ग्रेटर नोएडा में पकड़ी गई पाकिस्तानी युवती सीमा हैदर से यूपी एटीएस की पूछताछ पूरी हो चुकी है. बिहार के सीतामढ़ी के रास्ते सीमा हैदर की घुसपैठ की जानकारी से सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मची है.
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बिहार के रास्ते भारत में घुसी सीमा हैदर:सूत्रों की मानें तो IB ने पूछा है कि जब सीमा और उसके 4 बच्चों के पास टूरिस्ट वीजा नेपाल का था तो वो बॉर्डर क्रॉस करके भारत में कैसे घुस गई? कहां गड़बड़ी हुई है? यह चूक है या कोई साजिश? इन तमाम सवालों की तलाश में प्रशासन लगा है. शक इस बात का भी है कि कहीं सीमा आईएसआई की एजेंट तो नहीं है. वहीं सीमा हैदर के भारतीय सीमा में प्रवेश करने के बाद सुरक्षा में बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवान जांच एजेंसियों के रडार पर हैं. क्या नेपाल से आने वाले लोगों की जांच सीमा पर नहीं की जा रही है?
मई में 4 बच्चों के साथ पाकिस्तान से आई भारत :सीमा हैदर के भारत आने के मकसद पर तरह-तरह के सवाल उठते रहे हैं. यूपी एटीएस भी सीमा हैदर, सचिन और सचिन के पिता से पूछताछ कर चुकी है. वहीं दूसरी ओर मामले पर तरह -तरह की टिपणियां भी की जा रहीं हैं. पूछताछ के दौरान भारतीय एजेंसियों को यह जानकारी मिली कि सीमा हैदर अपने चार बच्चों के साथ पड़ोसी देश नेपाल की राजधानी काठमांडू से भारत नेपाल की सीमा सोनबरसा बॉर्डर होकर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गई.
अभी तक की पूछताछ में ये बातें आईं सामने:सीमा हैदर से यूपी एटीएस की लंबी पूछताछ चली. पूछताछ के दौरान सीमा के जासूस होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. अब एटीएस अपनी रिपोर्ट यूपी के गृह विभाग को भेजेगी. इसके बाद सीमा हैदर और उसके चार बच्चों को पाकिस्तान डिपोर्ट करने की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा. सीमा हैदर से लखनऊ से एसएसपी एटीएस अभिषेक सिंह की टीम ने पूछताछ की.
जांच की रडार पर सुरक्षा में तैनात SSB जवान:सीमा हैदर के नेपाल के रास्ते सोनवर्षा बॉर्डर होते हुए सीतामढ़ी के रास्ते पश्चिमी चंपारण और यूपी में बगैर वीजा और पासपोर्ट के प्रवेश करने को लेकर अब भारत नेपाल की सीमा पर तैनात एसएसबी के जवान भी जांच एजेंसियों के रडार पर हैं. जांच एजेंसी के द्वारा यह पता लगाया जा रहा है कि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर कैसे अपने चार बच्चों के साथ बगैर वीजा पासपोर्ट के भारतीय सीमा में एसएसबी जवानों की तैनाती के बावजूद घुस गई और आसानी से यूपी में सचिन मीणा के घर पहुंच गयी.
SSB जवान बाॉर्डर पर हमेशा रहते हैं सतर्क!: हालांकि पूर्व में बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवानों ने चीनी नागरिक और उज्बेकिस्तान के नागरिक को बगैर वीजा पासपोर्ट के भारतीय सीमा में प्रवेश करते पकड़ा था. वहीं एसएसबी के जवानों के द्वारा भारत और नेपाल के नागरिकों की भी गिरफ्तारी की गई थी जो उन्हें बगैर वीजा पासपोर्ट के भारतीय सीमा में प्रवेश करवा रहे थे.
भारत और नेपाल में बेटी और रोटी का संबंध:एक पुरानी कहावत है कि भारत और नेपाल में बेटी और रोटी का संबंध है. नेपाल के लोग अपने दैनिक उपयोग के 99% सामानों की खरीदारी भारतीय बाजारों से करते हैं और आसानी से नेपाल से भारतीय बाजारों में सामान खरीद कर अपने घर नेपाल लौट जाते हैं. सीमा हैदर के घुसपैठ के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या बिहार के बॉर्डर में नेपाल से आए लोगों की जांच नहीं की जा रही है.
क्या सुरक्षा में हुई बड़ी चूक?: एसएसबी के जवानों की भारतीय सीमा पर सुरक्षा को लेकर तैनाती है, बावजूद इसके प्रतिबंधित सामानों की खरीदारी भी बेरोकटोक नेपाली नागरिक करते हैं और नेपाल ले जाते हैं. मामले को लेकर स्थानीय पत्रकार वीरेंद्र कुमार का कहना है कि एसएसबी के सुरक्षा में चूक के कारण पाकिस्तानी महिला अपने चार बच्चों के साथ आराम से भारतीय सीमा में प्रवेश कर गई.
"अगर एसएसबी जांच में चूक ना करती तो पाकिस्तानी महिला किसी भी हाल में भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं कर पाती. पूर्व के कमांडेंट के द्वारा नेपाल से आने वाले लोगों की सख्ती से जांच की जाती है लेकिन अब आने वाले दिनों में बेरोकटोक नेपाली लोग भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे हैं. विदेशी नागरिक भी भारतीय सीमा में बगैर वीजा पासपोर्ट के घुस जाते हैं और आराम से फिर भारत से नेपाल चले जाते हैं.हालांकि कई दफे एसएसबी जवानों के सक्रियता के कारण कई विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी भी हुई है"- विरेंद्र कुमार, स्थानीय पत्रकार
'भारत बॉर्डर पर नहीं की जाती सख्ती से जांच':वहीं भारत नेपाल की सीमा के समीप घर बनाकर रह रहे पूर्व जिला पार्षद विजय कुमार का कहना है कि बेरोकटोक लोग नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे हैं. एसएसबी के जवानों के द्वारा उनकी जांच नहीं की जा रही है, लेकिन जब भारतीय लोग नेपाल की सीमा की ओर जाते हैं तो उनकी जांच सख्ती से की जाती है.
''एसएसबी के जवान के सामने से एक पाकिस्तानी महिला भारतीय सीमा में अपने चार बच्चों के साथ प्रवेश कर गई और एसएसबी के जवानों को कानों कान खबर नहीं हुई. यह जांच का विषय है और भारतीय एजेंसियों को इसकी जांच करनी चाहिए. जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए.''-विजय कुमार, पूर्व जिला पार्षद
कैसे भारत पहुंची सीमा?: पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर मई में अपने चार बच्चों के साथ नेपास से बस में भारत आई थी. सीमा अपने प्रेमी सचिन के साथ रहने आई थी. सचिन उत्तर प्रदेश में गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नेएडा के रबूपुरा इलाके में रहता है. दोनों पहली बार 2020 में ऑनलाइन गेम पबजी खेलने के दौरान एक दूसरे के संपर्क में आए थे. सीमा सचिन से मिलने के लिए दूसरी बार भारत आई है.
पहली बार मार्च में आई थी: सीमा हैदर पहली बार 15 दिन के टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान से निकली थी. 10 मार्च 2023 को पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट फिर वहां से शारजाह एयरपोर्ट आई थी. इसके बाद नेपाल के काठमांडू एयरपोर्ट पहुंची. 8 मार्च को सचिन परी चौक गौतमबुद्धनगर से गोरखपुर पहुंचा. 9 मार्च को गोरखपुर से सोनौली बॉर्डर होते हुए काठमांडू के लिए निकला. 10 मार्च को सचिन नेपाल पहुंचा. इसके बाद दोनों न्यू बस अड्डा पार्क के पास न्यू विनायक होटल में रूम में साथ में रुके. 17 मार्च को इसी रूट से नेपाल से वापस सीमा पाकिस्तान कराची एयरपोर्ट पहुंची थी.
दूसरी मुलाकात में पकड़े गए दोनों:दूसरी बार सीमा हैदर 10 मई 2023 को 15 दिन के टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान से अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के लिए निकली थी. हवाई यात्रा कर कराची पहुंची और फिर 11 मई की सुबह काठमांडू पहुंची. सूत्रों के अनुसार सीमा ने बिहार के सीतामढ़ी बॉर्डर से भारत आई थी.
किराए के मकान में रह रही थी: 12 मई को भारत में प्रवेश करने के बाद वह यहां से लखनऊ-आगरा होते हुए गौतमबुद्धनगर के बस स्टैंड पर उतरी. सीमा सचिन का कहना है कि उन्होंने शादी कर ली है. सचिन ने कहा कि पहले से ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में किराए का कमरा ले रखा था. तब से सीमा अपने चार बच्चों के साथ इसी किराए के मकान में रह रही थी. सीमा को 4 जुलाई को पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. वहीं सचिन को अवैध अप्रवासियों को शरण देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था. उन दोनों को सात जुलाई को नोएडा की एक अदालत ने जमानत दे दी थी और वे अपने चार बच्चों के साथ रबूपुरा में रह रहे थे.