गोरखपुर: अगस्त के महीने में कई खगोलीय घटना आसमान में घटी हैं. इस बीच चंद्रयान-3 भी दक्षिणी ध्रुव पर उतरा है. इसके बाद चंद्रमा को लेकर लोगों में खूब आकर्षण बढ़ा है. अब कल यानी की बुधवार 30 अगस्त को एक और खगोलीय घटना घटने जा रही है जब रात में सुपर ब्लू मून का नजारा आसमान में दिखाई देगा.
आखिर ब्लू मून क्यों कहा जाता है
गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला के खगोलशास्त्री अमरपाल सिंह ने बताया है कि जब किसी एक ही माह में दो पूर्णिमा हों तो दूसरे फुल मून को ब्लू मून या सुपर ब्लू मून कहा जाता है. उन्होंने कहा है कि अगर आपको चंद्रमा को देखते समय उसके रंग में कुछ थोड़ा सा परिवर्तन आता हुआ प्रतीत होता भी है तो वह एटमॉस्फियर में मौजूद धूल, गैस, के छोटे छोटे कणों पर पड़ने वाले प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण होता है. यह केवल एक खगोलीय घटना है जो कुछ वर्षों के अंतराल पर घटित होती रहती हैं. जैसा कि इसी माह अगस्त की पहली तारीख को फुल मून हुआ था और इसी माह में दूसरा फुल मून 30 अगस्त 2023 की रात्रि में एक बार फिर दिखाई देगा. इसे ही सुपर ब्लू मून कहा जाता है. अगली बार यह खगोलीय घटना 19 या 20 अगस्त 2024 में घटेगी.