नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने बुधवार को बताया कि अगस्त 2019 के बाद जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और आतंकवादी घटनाओं के साथ ही सीमा पार से घुसपैठ के मामलों में भी काफी कमी आई है.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) को एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'सरकार ने आतंकवादियों के विरुद्ध सक्रिय ऑपरेशनों सहित एक मजबूत सुरक्षा एवं आसूचना ग्रिड स्थापित (instituted a robust security and intelligence grid ) किया है. अतः जम्मू एवं कश्मीर में अगस्त 2019 से सुरक्षा की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है तथा आतंकवादी घटनाओं में और सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ में कमी आई है.'
राय ने कहा कि वर्ष 2018 में 417 आतंकवादी घटनाएं हुई, 2019 में 255, 2020 में 244 आतंकवादी घटनाएं हुईं जबकि 2021 में यह घटकर 203 हो गईं. उन्होंने कहा कि 2018 में घुसपैठ की अनुमानित 143 घटनाएं हुईं जबकि वर्ष 2019 में 138, वर्ष 2020 में 51 और वर्ष 2021 में 28 घटनाएं हुईं.
अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था
ज्ञात हो कि सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो भागों में बांट दिया था. राय ने कहा कि वर्ष 2019 और 2020 में कश्मीर में क्रमशः ब्लॉक विकास परिषद और जिला विकास परिषद के चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से और सफलतापूर्वक आयोजित किए गए थे. इसमें लोगों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया, जिसके अंतर्गत बीडीसी चुनाव में लोगों की भागीदारी 98.3 प्रतिशत और डीडीसी चुनावों में 51.42 प्रतिशत थी.