नई दिल्ली : भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research ) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव (Dr Balram Bhargava) ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 के उचित व्यवहार को अपनाने में ढिलाई देश के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकती है. क्योंकि देश के 80 जिलों में अभी भी उच्च सकारात्मकता है.
डॉ भार्गव ने किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने की सलाह दी है. उन्होंने यह भी दोहराया कि भारतीय टीके (Indian vaccines) कोविड19 के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाए गए हैं.
डॉ भार्गव मंत्रियों के समूह (Group of Ministers ) की 29वीं बैठक में हिस्सा ले रहे थे. उन्होंने बैठक में बताया कि सक्रिय मामले मुख्य रूप से महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में केंद्रित हैं, जहां राष्ट्रीय कोविड ग्रोथ दर (national Covid growth) की तुलना में कोविड ग्रोथ दर अधिक है.
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (National Centre for Disease Control ) के निदेशक डॉ सुरजीत कुमार सिंह (Dr Surjeet Kumar Singh) ने जानकारी दी कि केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सहित चार राज्यों में प्रतिदिन सौ से अधिक मौतें हो रही हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री (Union Health Minister) डॉ हर्षवर्धन (Dr Harsh Vardhan) ने जीओएम को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे भारत में म्यूकोर्मिकोसिस संक्रमण (mucormycosis infections ) के कुल 40,845 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 31,344 मामलों की प्राकृति राइनो केरेब्राल (rhino cerebral) की है.
डॉ हर्षवर्धन ने कहा म्यूकोर्मिकोसिस संक्रमण के मामलों की संख्या 34,940 है, इससे 3,129 लोगों की मृत्यु हुई है. रोगियों 26,187 (64.11 प्रतिशत) मधुमेह की बीमारे से जूझ रहे थे , जबकि संक्रमित लोगों में से 21,523 (52.69 प्रतिशत) स्टेरॉयड (steroids) थे.