रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): भारी बारिश से केदारघाटी बीते दिन फिर दहली है.जहां तीन दुकानें ध्वस्त हो गई और 20 लोग लापता हो गए थे. लेकिन रेस्क्यू के दौरान प्रशासन ने तीन शवों को बरामद कर लिया है. वहीं अभी भी 17 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश में रेस्क्यू अभियान जारी है. वहीं यह मानसून सीजन भी लोगों पर आफत बन टूटा है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार इस मानसून सीजन की आपदाओं में अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है, 31 लोग घायल हुए हैं और 1,176 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. वहीं खराब मौसम के कारण सीएम पुष्कर सिंह धामी का गौरीकुंड दौरा टल गया है.
गौरीकुंड में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अभी भी लापता हैं 17 लोग, खराब मौसम के कारण रद्द हुआ सीएम धामी का दौरा
Kedarnath Gaurikund landslide रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में 17 लापता लोगों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. कल 3 शव बरामद हुए थे. आज अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. मौसम इतना खराब है कि सीएम धामी का गौरीकुंड दौरा रद्द हो गया है. इस बार के मानसून सीजन ने उत्तराखंड में जमकर कहर बरपाया है. इस सीजन अभी तक प्राकृतिक आपदा में 31 लोगों की जान जा चुकी है.
एसडीआरएफ का सर्च ऑपरेशन जारी:गौर हो कि केदारनाथ से 16 किमी पहले रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में बीते दिन भीषण भूस्खलन में 3 लोगों की मौत हो गई है और 17 लोग लापता हैं. पहाड़ से आए भारी मलबे में सड़क किनारे बनी दो दुकानें और एक ढाबा बह गए. इन दुकानों और ढाबों में 4 स्थानीय लोग और 16 नेपाली मूल के लोग थे. वहीं लापता लोगों की तलाश के लिए एसडीआरएफ का सर्च ऑपरेशन जारी है.
पढ़ें-केदारघाटी में भारी बारिश से भूस्खलन, मलबे की चपेट में आई तीन दुकानें, 3 शव बरामद, 17 लोग लापता
अभी तक इतने लोगों की गई जान:बताते चलें कि यह मानसून सीजन भी लोगों पर भारी पड़ा है.राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक उत्तराखंड में इस मानसून सीजन की आपदाओं में अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है, 31 लोग घायल हुए हैं और 1,176 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बादल फटने और भूस्खलन से सबसे ज्यादा जानमाल और मकानों को नुकसान पहुंचा है. 15 जून से राज्य में भूस्खलन के कारण 10 मौतें हुई हैं, जबकि पांच लोग घायल हुए हैं. बादल फटने और भारी बारिश के कारण 19 मौतें और 21 घायल, जबकि बिजली गिरने से दो मौतें और पांच घायल होने की सूचना है. साथ ही प्रदेश में बादल फटने से 32 घर पूरी तरह से जमींदोज हुए हैं.