श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर उरी में संदिग्ध गतिविधियों का पता चलने के बाद सेना द्वारा शुरू तलाशी अभियान चलाया गया था. यह अभियान मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. इसके मद्देनजर सभी मोबाइल टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं सीमावर्ती इलाके में बंद थीं. अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान 18 और 19 सितंबर की दरमियानी रात शुरू किया गया था. रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है, लेकिन इस बारे विस्तृत जानकारी नहीं दी.
इलाके में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई है.
अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर बाड़ के पास दुश्मन से शुरुआती आमना-सामना में एक सैनिक घायल हो गया था. यह सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर तलाश अभियान चलाया गया कि यदि घुसपैठिए हो तो वे आंतरिक क्षेत्र में ना जा पाएं.
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अधिकारियों ने सोमवार को एहतियात के तौर पर उरी में सभी टेलीफोन और इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था. यहां जिस क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि देखी गई, वह गोहलान के पास पड़ता है, जहां सितंबर 2016 में उरी ब्रिगेड पर हमला किया गया था.
बड़गाम में तलाशी अभियान
सुरक्षाबलों ने बडगाम के खाग बरोआ इलाके में तलाशी अभियान चलाया. बताया जा रहा है कि लछमपुरा, दरंग और कई अन्य गांवों को सुरक्षा बलों ने घेर लिया और बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया. सूत्रों के मुताबिक, लछमपुरा खाग इलाके में भी गोलीबारी होने की आवाज सुनी गई थी.
पुलिस ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों ने लस्सीपोरा खाग गांव के पास अभियान के दौरान सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की, जिसमें एक नागरिक चरिहार निवासी बिलाल अहमद राथर को पैर में चोट लगी. घायल की हालत स्थिर है. घटना स्थल पर तलाशी अभियान तेज कर दी गई है. पुलिस ने कहा कि घायल व्यक्ति के बारे में अधिक जानकारी का पता लगा रही है. रिपोर्ट के अनुसार सेना को इलाके में कुछ संदिग्ध व्यक्ति मिले और बुलाए जाने के बाद वे भागने में सफल रहे. 62 आरएडी, एसओजी और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इन क्षेत्रों की घेराबंदी कर दी है और इन क्षेत्रों में आने-जाने वाली सड़कों को सील कर दिया है.
(पीटीआई-भाषा)