देहरादून: जोशीमठ के रैणी गांव में आयी आपदा के बाद से ही लगातार राहत बचाव कार्य जारी है. वहीं, हाल ही में रैणी गांव के समीप देखी गई झील को लेकर अब स्थिति लगभग स्पष्ट हो गई है. एक ओर वाडिया के वैज्ञानिक झील की जानकारी जुटाने में जुटे हैं वहीं ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील का निरीक्षण करने के लिए एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई है.
मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ कमांडेंट नवनीत भुल्लर ने झील का मुआयना किया. यह बात निकलकर सामने आई कि इस झील का पानी बिल्कुल साफ है और ठीक-ठाक मात्रा में इस झील से पानी निकल रहा है. ऐसे में यह झील खतरनाक नहीं है.
नवनीत भुल्लर ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि इस झील की चौड़ाई 50 मीटर के करीब है. इसके साथ ही इसकी लंबाई फिलहाल 200 मीटर तो दिखाई दे रही है लेकिन आगे से मोड़ होने की वजह से पूरी लंबाई दिखाई नहीं दे रही.
वीडियो में नवनीत भुल्लर बताते हैं कि झील के एक किनारे से अच्छा खासा पानी डिस्चार्ज हो रहा है, यानी एक रिवर की तरह पानी डिस्चार्ज हो रहा है.
झील का पानी बिल्कुल साफ है. यही नहीं, जहां लेक बनी है उसके मुहाने पर जो मलबा इकट्ठा है वो करीब 500-700 मीटर तक का है जिसमें बर्फ भी शामिल है. इसके साथ ही मलबे पर कुछ जगहों पर पानी भी जमा हुआ दिखाई दे रहा है.