दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

उत्तराखंड के गौमुख तपोवन ट्रेक पर फंसे ट्रेकर्स, SDRF ने 24 किमी पैदल चलकर किया रेस्क्यू - उत्तराखंड एसडीआरएफ की टीम

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में गौमुख तपोवन ट्रेक में खराब मौसम की वजह से फंसा 7 सदस्यीय ट्रेकिंग दल का सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है. इसके लिए एसडीआरएफ की टीम को करीब 24 किलोमीटर की पैदल दूरी नापनी पड़ी. साथ ही उन्हें खोजने के काफी पसीना बहाना पड़ा. वहीं, इस मामले में ट्रेकिंग एजेंसी की लापरवाही सामने आई है.

Gaumukh Tapovan Trek
गौमुख तपोवन ट्रेक

By

Published : Jun 2, 2023, 5:43 PM IST

उत्तराखंड के गौमुख तपोवन ट्रेक पर फंसे ट्रेकर्स का SDRF ने किया रेस्क्यू

उत्तरकाशीःगौमुख तपोवन ट्रेक में फंसे 7 सदस्यीय ट्रेकिंग दल का एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर लिया है. मौसम खराब होने की वजह से सभी बीच रास्ते में ही फंस गए थे. जिसमें एक गाइड, 3 ट्रेकर और 3 पोर्टर शामिल थे. एसडीआरएफ की टीम ने करीब 24 किलोमीटर पैदल चलकर ट्रेकरों को खोज निकाला, फिर रेस्क्यू को अंजाम दिया. उन्हें बीती देर रात गंगोत्री लाया है. वहीं, इस मामले में पर्यटन विभाग ने ट्रेकर्स को तपोवन ले जाने वाली ट्रेकिंग एजेंसी से 3 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण न मिलने पर पंजीकरण निरस्त करने की चेतावनी दी है.

उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि बीती 30 मई को वृंदावन और देहरादून के तीन ट्रेकर्स एक ट्रेकिंग एजेंसी के माध्यम से गंगोत्री से तपोवन गए थे. इसमें राहुल चंदेल, देवेश कुमार तोमर और मनमोहन तोमर ट्रेकर्स शामिल थे. इसके अलावा उनके साथ एक गाइड और तीन पोर्टर भी गए थे. बीते बुधवार को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ज्यादा बर्फबारी होने के कारण सभी अपने टेंट में थे, लेकिन पहली बार ट्रेकिंग पर गए यह तीनों युवक घबरा गए.

ट्रेकिंग दल का रेस्क्यू

उन्होंने वॉकी टॉकी के माध्यम से सरकार और जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर सेवा की मांग की. सूचना मिलने पर एसडीआरएफ और वन विभाग की टीम तपोवन के लिए रवाना हुई. जहां से एसडीआरएफ की टीम ने विषम मौसम और परिस्थितियों के बीच ट्रेकर ग्रुप को खोज निकाला. जिसके बाद सुरक्षित रेस्क्यू कर गंगोत्री पहुंचाया.

खराब मौसम की वजह से फंसा 7 सदस्यीय ट्रेकिंग दल
ये भी पढ़ेंःउत्तरकाशी के क्यारकोटी ट्रेक से लौटा मुंबई और बेंगलुरु के ट्रेकर्स का दल, हिमखंडों ने ली कड़ी परीक्षा

इस मामले में जिला पर्यटन विभाग ने स्थानीय ट्रेकिंग एजेंसी मांउटेन हाईकर्स की गलती मानते हुए 3 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है. जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान ने कहा कि कोई भी ट्रेकिंग एजेंसी जब भी किसी ट्रेकर्स और पर्यटक को ट्रेकिंग या पर्वतारोहण पर ले जाती है तो उसकी जिम्मेदारी होती है कि उनके साथ अनुभवी गाइड व ट्रेकिंग के कर्मचारी भेजे जाएं.

गौमुख तपोवन ट्रेक पर फंसे ट्रेकर्स का रेस्क्यू

उन्होंने बताया कि इस मामले में पाया गया कि ट्रेकिंग एजेंसी अपने ट्रेकर्स को सभी सुविधाएं प्रदान नहीं कर पाई. जिस कारण उन्हें समुद्रतल से करीब 4 हजार मीटर से ज्यादा ऊंचाई पर बर्फबारी के बीच डर का सामना करना पड़ा. एजेंसी से गाइड समेत पोर्टरों के प्रशिक्षण दस्तावेजों के साथ 3 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है. अगर तय समय पर स्पष्टीकरण नहीं मिला तो एजेंसी का पंजीकरण निरस्त किया जा सकता है.

एसडीआरएफ की टीम ने ट्रेकर्स को खोज निकाला
ये भी पढ़ेंःमई महीने में भी जमा है उत्तराखंड का केदारताल, अद्भुत नजारा देख नहीं हटेंगी नजरें

ABOUT THE AUTHOR

...view details