नई दिल्ली : भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बुधवार को दिल्ली में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) स्तर की एनएसए बैठक में शीर्ष अधिकारियों का स्वागत किया. अजीत डोभाल ने बैठक से पहले अपनी टिप्पणी में कहा, "मैं बैठक के लिए निमंत्रण स्वीकार करने के लिए सदस्य देशों का आभार व्यक्त करता हूं. वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य हाल के वर्षों में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. इन चुनौतियों के प्रभाव से शंघाई कोर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है...सदस्य देशों को एक दूसरे की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सीमाओं का परस्पर सम्मान होना चाहिए." उन्होंने कहा, "किसी भी तरह का आतंकवाद अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक खतरा है. सभी देशों को आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों सहित काउंटर टेररिज्म प्रोटोकॉल के प्रति अपने दायित्व को पूरा करना चाहिए."
बता दें कि नौ जून 2017 में भारत को एससीओ का पूर्ण सदस्य बन गया. अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया जैसे चार पर्यवेक्षक राज्य हैं और अर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तुर्की छह संवाद सहयोगी हैं. पाकिस्तान और चीन के एससीओ-एनएसए की बैठक में वर्चुअली शामिल होने की संभावना है. एससीओ 2001 में स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है और इसमें आठ सदस्य देश शामिल हैं. वे हैं- भारत, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान. 2022 में, भारत ने 2023 के लिए शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता ग्रहण की.