भोपाल :मध्य प्रदेश के सियासी पारे में उबाल आ रहा है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya Scindia) प्रदेश में सत्ता और संगठन में अपना दबदबा कायम रखना चाहते हैं. इसलिए वे मध्यप्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं . उनकी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात होगी. इस दौरान वे संगठन के पदाधिकारियों से भी मिलेंगे.
क्या गुल खिलाएगा सिंधिया का दौरा
सिंधिया ने कांग्रेस से सत्ता छीनकर बीजेपी की झोली में डाल दी थी. राज्य की राजनीति में ये चर्चा काफी समय से होती रही है कि इसके बदले में आखिर सिंधिया को मिला क्या. फिलहाल बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा में भेजा है. इसके अलवावा उनके कुछ समर्थकों को राज्य मंत्रिमंडल में सीट मिली है. लेकिन लोग कहते हैं कि ज्यातिरादित्य इससे काफी ज्यादा चाहते हैं. वे ये बताना चाहते हैं कि राज्य में बीजेपी सत्ता में है, तो उनकी बदौलत. ऐसे में उनका ये दौरा कई सियासी सवालों का जवाब देगा और कई नए सवालों का जन्म भी देगा.
सिंधिया समर्थक उत्साहित, बीजेपी ने बताया रूटीन
ज्योतिरादित्य सिंधिया के चार से पांच समर्थकों को निगम मंडल की कमान देने पर तकरीबन मुहर लग चुकी है. साथ ही 15 से 20 करीबियों को संगठन में जगह देने पर भी सहमति बन चुकी है. निगम मंडल में जिन्हें जगह मिलना तय मानी जा रहा है उनमें गिर्राज दंडोतिया, इमरती देवी, रघुराज कंसाना, ऐंदल सिंह कंसाना और मुन्नालाल गोयल के नाम सामने आ रहे हैं. चर्चा है कि इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल सकता है. सूत्रों के मुताबिक सिंधिया चाहते हैं कि उनके आधा दर्जन समर्थकों को निगम मंडल में जगह मिले. फिलहाल चार से पांच के नाम तो संगठन की तरफ से तय हैं
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कयास हैं, लगाने दीजिए
भले ही राजनीति के पंडित सिंधिया के तेवर को लेकर कई तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन सिंधिया समर्थक मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का कहना है कि ये उनका रूटीन दौरा है. इसमें कोई खास बात नहीं है. वे जब भी प्रदेश दौरे पर आते हैं तो मुख्यमंत्री से भी मिलते हैं. प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के साथ-साथ संगठन के पदाधिकारियों से भी उनकी मुलाकात होती है. इसमें नया क्या है. लोग कयास लगाते रहते हैं उन्हें लगाने दीजिए.